पटना और गया एयरपोर्ट पर हवाई जहाजों की सुरक्षित और सटीक लैंडिंग के लिए हाइटेक और उच्च क्षमता वाले तकनीकी उपकरण इंस्टॉल करने का काम शुरू हो गया है. यह वह उपकरण हैं , जिनकी सहायता से पायलट को हवाई पट्टी पर सतह से 10 मीटर (30 फुट) की ऊंचाई तक हवा की गति और दिशा का पता चल सकेगा. इस जानकारी के आधार पर पायलट हवाई पट्टी पर विमान को उतारने के दौरान न केवल वह सटीक ब्रेक लगा सकेगा, बल्कि सही डाइरेक्शन में विमान भी उतार सकेगा. इसी तरह इस नई तकनीक से पायलट को टेक ऑफ करने में भी मदद मिलेगी.
हाइ टेक उपकरण इंस्टॉल करने का काम शुरू हो गया है
आइएमडी पटना के निदेशक विवेक सिन्हा के मुताबिक पटना और गया हवाई अड्डे के रनवे के दोनों तरफ की हवा की गति और दिशा जानने के लिए हाइ टेक उपकरण इंस्टॉल करने का काम शुरू हो गया है. सिन्हा के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के मुताबिक अभी इस तरह की सुविधा बिहार के पटना और गया के हवाई अड्डों पर नहीं थी. सुरक्षित लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए यह जरूरी था. एक अरसे से इन सुविधाओं की मांग की जा रही थी. लेकिन अब जा कर यह मांग पूरी हो रही है.
हाइ टेक मशीनें देंगी विजिबिलिटी की जानकारी
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक हवाई अड्डे के पास विजिबिलिटी की जानकारी हाइ टेक मशीनें देंगी. अभी तक इन दोनों हवाई अड्डों पर आइएमडी यह जानकारी मैन्युअल दिया करता था. इसके लिए उसे 24 घंटे अपने अधिकारी तैनात करने पड़ते थे. विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ में इस सुविधा से और आसानी हो जायेगी. इस तरह बिहार के यह दोनों हवाई अड्डों पर अंतर राष्ट्रीय पैरामीटर का पालन शुरू हो जायेगा. फिलहाल पटना और गया आने वाले विमानों की सुरक्षित लैंडिंग और टेक ऑफ की मांग पूरी होने जा रही है.