पटना की हवा हुई खतरनाक, लगातार दूसरे दिन AQI 400 के पार, बेगूसराय देश का सबसे प्रदूषित शहर
पटना की हवा में अब तक प्रदूषण का मुख्य कारण सूक्ष्म धूल कण या पीएम 2.5 रहे हैं. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से पीएम 2.5 के साथ ही विभिन्न इलाकों में पीएम 10 की मात्रा भी बढ़ी हुई देखी जा रही है. समनपुरा में तो प्रदूषण का मुख्य कारण ही अब पीएम 2.5 की जगह पर पीएम 10 बन गया है
पटना में लगातार दो दिनों से वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से के आंकड़ों के मुताबिक पटना का एक्यूआइ सोमवार को 404 दर्ज किया गया. शहर में सबसे प्रदूषित हवा समनपुरा में रही, जहां एक्यूआइ 457 दर्ज किया गया. वहीं, तारामंडल के पास एक्यआइ 423, गवर्नमेंट हाईस्कूल शिकारपुर में एक्यूआइ 404, मुरादपुर व अशोक राजपथ में एक्यूआइ 398, डीआरएम कार्यालय दानापुर के पास एक्यूआइ 388 और राजवंशी नगर में एक्यूआइ 371 दर्ज किया गया.
बेगूसराय देश का सबसे प्रदूषित शहर
बेगूसराय सोमवार को एक बार फिर देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा. सोमवार को वहां एक्यूआइ 471 रहा. सीवान का एक्यूआइ 440 व दरभंगा का एक्यूआइ 407 रहा. वहीं आरा, औरंगाबाद, बेतिया, भागलपुर, हाजीपुर, कटिहार, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर, सासाराम की हवा बेहद खराब श्रेणी में थी.
पटना की हवा में बढ़े बड़े आकार के धूलकण
पटना की हवा में अब तक प्रदूषण का मुख्य कारण सूक्ष्म धूल कण या पीएम 2.5 रहे हैं. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से पीएम 2.5 के साथ ही विभिन्न इलाकों में पीएम 10 की मात्रा भी बढ़ी हुई देखी जा रही है. समनपुरा में तो प्रदूषण का मुख्य कारण ही अब पीएम 2.5 की जगह पर पीएम 10 बन गया है. पीएम 10 का मतलब 10 माइक्रो मीटर से छोटे कण होते हैं, जिसमें धूल, गर्द और धातु के सूक्ष्म कण शामिल होते हैं.
डीआरएम कार्यालय दानापुर के पास प्रदूषण का मुख्य कारण पीएम 2.5 था, लेकिन पीएम 10 की मात्रा भी हवा में काफी थी. पीएम 10 यहां पर 341 दर्ज किया गया है. गवर्नमेंट हाइस्कूल शिकारपुर में भी पीएम 10 की मात्रा 342 तक पहुंच गयी. तारामंडल के पास एनओ 2 दूसरा सबसे बड़ा प्रदूषक है, जिसकी मात्रा सोमवार को 307 रही. मुरादपुर और अशोक राजपथ इलाके में पीएम 10 की मात्रा 338 यूनिट रही.