बिहार में इन दिनों चाय बेचने वाली युवतियों की खूब चर्चा हो रही है. राजधानी पटना में जहां पहले ग्रेजुएट चाय वाली के खूब सुर्खियां बटोरने के बाद पटना में एक और चाय वाली चर्चा में है. इस चायवाली का नाम मोना पटेल है जिन्होंने बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन (BCA)की पढ़ाई की है. मोना का कहना है कि बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन (BCA) की पढ़ाई करने के बाद उन्हें 15 हजार रुपये प्रति माह पर नौकरी मिली थी. उन्होंने इतने कम वेतन में काम करने से बेहतर चाय बेचना लगा.
पटना में ग्रेजुएट चाय वाली की चर्चा के बीच अब एक आत्मनिर्भर चायवाली भी अब बाजार में सुर्खियां बटोर रही है. बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन (BCA) की पढ़ाई के बाद मोना पटेल को जब महज 15 हजार की नौकरी मिली तो उन्होंने चाय बेचने का फैसला किया. इसके पीछे पटना में ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से चर्चा में आई प्रियंका की सफलता की कहानी भी मोना के लिए प्रेरणा बनी जिसके बाद फिर क्या था मोना नौकरी छोड़ परिवार को बिना बताए पटना के गांधी मैदान के पास चाय बेचने लगी.
पटना की इस चाय वाली का कहना है कि उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना से प्रेरणा मिली है. मोना अभी आगे एमसीए की भी पढ़ाई करना चाहती हैं. उनका कहना है कि दुकान से वो आगे पढ़ाई के पैसे भी इकट्ठा कर पाएंगी. पटना के जेडी विमेंस कॉलेज से 2021 में बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन (BCA) करने के बाद उन्हे 15000 की नौकरी मिली तो उसका उसमे मन नहीं लगा जिसके बाद उसने ग्रेजुएट चायवाली की कहानी सुनी और खुद भी चाय बेचने की ठानी.
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समस्तीपुर की रहने वाली मोना के पिता एक निजी स्कूल में शिक्षक है. मोना ने अपनी पढ़ाई नानी के घर पूर्णिया में रहकर की है. वहीं इससे पहले ग्रेजुएट चायवाली प्रियंका गुप्ता भी पूर्णिया की ही रहनेवाली है. पटना के गांधी मैदान के पास मोना का टी स्टाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. उसकी मसाला चाय, कुल्हड़ चाय व पान चाय को तो ग्राहक खूब पसंद कर रहे हैं. अपनी चार से पांच तरह की चाय को 10 से 20 रुपये तक की कीमत पर बेच कर वह प्रतिदिन 1000 रुपये तक कमा लेती हैं.