राजधानी पटना में सोमवार से एक बार फिर से शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन शुरू हो गया है. प्रारंभिक शिक्षक संघ अब अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर गया है. सड़क पर उतरे छात्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबारी कर रहे हैं. इसके साथ ही अन्य छात्र संघों को भी आंजोलन में शामिल होंने के लिए आमंत्रित किया है. आंदोलन कर रहे कैंडिडेट्स ने कहा कि शिक्षकों की प्राथमिक बहाली को लेकर जल्द से जल्द नोटिफिकेशन जारी किया जाए। हमनें पात्रता परीक्षा पास की. इसके लिए जो भी डिग्री चाहिए थी, हमनें सब प्राप्त कर ली. इसके बावजूद हमें लगातार आश्वासन ही दिया जा रहा है.
बहाली के लिए आंदोलव कर रहे छात्रों को 27 जुलाई को सरकार के द्वारा आश्वासन दिया गया था. सरकार ने कहा था कि जल्द बहाली के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. मगर छात्रों ने सरकार के आश्वासन के बाद भी पटना के गर्दनीबाद में डेला डाल दिया है. छात्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर शिक्षा मंत्री तक ने हमसे कई बार भर्ती शुरू करने का अनुरोध किया. मगर सरकार से हमें केवल झूठा आश्वासन दिया जा रहा है. लेकिन, अब हम ये पीड़ा नहीं सह सकते। 27 जुलाई को हमें ये भी कहा गया कि कुछ दिन आंदोलन न करें, जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। इस दौरान कैंडिडेट्स का गुस्सा चरम पर था। उन्होंने कहा कि हमनें तो ये दिखा दिया कि हम शिक्षक बनने योग्य हैं। हमनें बीएड डीएलएड भी पास कर लिया, लेकिन हमारी बहाली अब तक नहीं हो सकी।
शुक्रवार को BTET अभ्यर्थियों ने जदयू कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शन कर रहे छात्र पार्टी कार्यालय के गेट पर बैठ गए और जमकर सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। उन्होंने हाथों में पोस्ट ले रखा था जिसमें सरकार से जल्द बहाली की मांगें लिखी थी। छात्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उन्हें वहां से खदेड़ कर भगा दिया। हालांकि प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उपर बल का प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया है। इसमें कुछ लोगों को चोट आयी है। गौरतलब है कि सरकार के द्वारा शिक्षक बहाली प्रक्रिया की रफ्तार धीमी होने से BTET क्वालिफाइड विद्यार्थी नाराज हैं। उनकी मांग है कि प्रक्रिया में तेजी लाते हुए सरकार बहाली की प्रक्रिया को जल्द से जल्द खत्म करे।