संवाददाता, पटना
रीजेंट सिनेमा परिसर में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के सहयोग से सिनेयात्रा और हाउस ऑफ वेराइटी द्वारा आयोजित पांच दिवसीय पटना सिने फेस्टा के अंतिम दिन गली गुलियां, पाका (ए रिवर ऑफ ब्लड ) दिखायी गयी. मालूम हो पाका 2021 की मलयालम भाषा की ड्रामा फिल्म है, जिसे नितिन लुकोसे ने लिखा और निर्देशित किया है. इसमें एक ऐसी नदी की कहानी है जो दो झगड़ते परिवारों के खून से बहती है और एक युवा जोड़ा है जो अपने प्यार से इस नफरत को दूर करने का प्रयास करता है. वहीं, महोत्सव के समापन सह सम्मान समारोह का संचालन फेस्टिवल के आर्टिस्टिक डायरेक्टर रविराज पटेल ने किया.
समारोह को संबोधित करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी निदेशक प्राथमिक शिक्षा मिथिलेश मिश्रा ने कहा कि बिहार को अब पॉजिटिव ब्राडिंग की जरूरत है. पटना को कला के माध्यम से गौरव दिला सकते हैं. जबकि, अभिनेता विकास कुमार ने कहा कि पटना सिने फेस्टा में बहुत अच्छी फिल्में देखने को मिली. कला समीक्षक विनय कुमार ने कहा कि फेस्टिवल के माध्यम से लोगों में गंभीर फिल्में देखने में रूचि पैदा हुई है. मौके पर सुभाष चंद्रा, डॉ कुमार विमलेंदु, पुंज प्रकाश, मीनाक्षी, जुगनू देव, मनीष कुमार, संजीत पांडेय, डॉ सत्यजीत कुमार सिंह, आरएन दास सहित कई लोगों को सम्मानित किया गया. समारोह को फेस्टिवल डायरेक्टर सुमन सिन्हा ने भी सम्बोधित किया.
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