पटना के अस्पताल में भर्ती कोरोना संदिग्ध की तीन दिनों तक नहीं हुई जांच, मौत से हड़कंप
बिहार की राजधानी पटना के आईजीआईएम़एस अस्पताल में लापरवाही का एक मामला सामने आया है. आईजीआईएम़एस में एक महिला की मौत के बाद परिजन हंगामा कर रहे है. परिजनों का आरोप है कि आईजीआईएम़एस की घोर लापरवाही की वजह से बिना जांच के ही महिला की मौत हो गई है.
पटना : बिहार की राजधानी पटना के आईजीआईएम़एस अस्पताल में लापरवाही का एक मामला सामने आया है. आईजीआईएम़एस में एक महिला की मौत के बाद परिजन हंगामा कर रहे है. परिजनों का आरोप है कि आईजीआईएम़एस की घोर लापरवाही की वजह से बिना जांच के ही महिला की मौत हो गई है.
परिजनों का आरोप है कि महिला में कोरोना संक्रमण के लक्षण थे जिसके बाद उन्हें संदिग्ध मानते हुए डाक्टरों ने तीन दिन पहले कोरोना की जांच कराने के लिए लिखा था लेकिन अस्पताल प्रशासन उसे टालते रहा. गौरतलब है कि महिला को सांस लेने में परेशानी हो रही थी जिसके बाद उन्होंने शनिवार की सुबह महिला ने तोड़ दिया.
बता दें कि बिहार में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 31 हो गई है. इस बात की जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव संजय सिंह ने दी. गौरतलब है कि बिहार में गुरुवार को राज्य से 6 नए मामले सामने आए थे. बिहार के भोजपुर जिले में भी एक कोरोना वायरस संदिग्ध की गुरुवार की शाम मौत होने के बाद इस रोग से प्रदेश में अब तक मौत के दो मामले सामने आये हैं.
गौरतलब है कि बिहार स्वास्थ्य सोसायटी की राज्य निगरानी अधिकारी डॉ रागिनी मिश्र ने शुक्रवार को बताया कि भोजपुर जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में भर्ती एक मरीज की गुरुवार की शाम मृत्यु हो गयी थी, जिसका नमूना जांच के लिए पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीएमएस) भेजा गया था. बिहार में अब तक तक कोरोना वायरस के 2629 संदिग्ध रोगियों के नमूनों की जांच की जा चुकी है. इनमें अब तक 1666 नमूने निगेटिव और 31 पॉजिटिव पाये गये हैं. अभी 932 मामलों का रिपोर्ट आना बाकी है.