कोरोना की दूसरी लहर का कहर अब कमजोर होने लगा है. मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है तो स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है. शनिवार को जिले में 200 से भी कम मरीज पाये गये. 24 घंटे के अंदर पटना जिले में सिर्फ 196 नये संक्रमितों की पहचान की गयी है, जो अप्रैल से अब तक का सबसे कम संख्या दर्ज की गयी है. दूसरी ओर कमजोर हो रहे कोरोना वायरस का अंदाजा शहर के अस्पतालों में खाली हो रहे बेड से लगाया जा सकता है. सरकारी और निजी अस्पतालों में 60 प्रतिशत तक बेड खाली हो गये हैं. पीएमसीएच में 120 बेड की तुलना में सिर्फ 32 कोरोना के मरीज ही भर्ती हैं, जबकि आइजीआइएमएस में 425 बेड की तुलना में 250 बेड पर मरीजों का इलाज चल रहा है.
पटना जिले के 22 प्रखंड में कोरोना के जितने एक्टिव केस हैं, उसके दोगुने से अधिक पटना सदर प्रखंड में हैं. पटना सदर प्रखंड का काफी हिस्सा शहरी क्षेत्र में पड़ता है. जानकारी के अनुसार, पटना जिले में अभी कुल 2875 कोरोना के एक्टिव केस हैं. इसमें केवल पटना सदर प्रखंड में 2051 एक्टिव केस हैं. जबकि अन्य 22 प्रखंडों में मात्र 824 एक्टिव केस हैं. 16 प्रखंड ऐसे हैं, जहां 25 से नीचे एक्टिव केस हो चुके हैं. और, लगातार इन प्रखंडों में एक्टिव केसों की संख्या में कमी हो रही है.
पटना एम्स में शनिवार को 8 लोगों की मौत कोरोना से हो गयी जबकि 12 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को एडमिट किया गया है. एम्स कोरोना नोडल ऑफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक औरंगाबाद के 26 वर्षीय राकेश कुमार, पटना की 56 वर्षीय कमला देवी, मोतिहारी की 58 वर्षीय कुमुद सिन्हा, बेगूसराय की 57 वर्षीय मीणा देवी, पटना सिटी की 63 वर्षीय उर्मिला केशरी, सीवान के 77 वर्षीय रामनाथ शाह, अरवल के 66 वर्षीय रामलखन सिंह जबकि शेखपुरा की 77 वर्षीय सायरा खातून की मौत कोरोना से हो गयी. वहीं एम्स के आइसोलेशन वार्ड में 12 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया है जिनमें पटना के सबसे ज्यादा 10 लोगों जमुई सुपौल समेत अन्य जिलों के मरीज शामिल हैं. इसके अलावा एम्स में 24 लोगों ने कोरोना को मात दे दी जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. वहीं शनिवार शाम तक आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कुल 155 मरीजों का इलाज चल रहा था.
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आइजीआइएमएस में शनिवार को चार मरीजों की कोरोना से मौत हो गयी. वहीं, पीएमसीएच में लंबे समय के बाद एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. डॉक्टरों के मुताबिक करीब 45 दिन बाद पीएमसीएच में शनिवार को एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. पीएमसीएच में अप्रैल के दूसरे सप्ताह से लेकर 28 मई तक लगातार हर दिन दो से 10 के बीच मरीजों की मौत हो रही थी. फिलहाल पीएमसीएच में 16 मरीज ऑक्सीजन पर हैं, जबकि 16 मरीज गंभीर हालत में आइसीयू में भर्ती हैं. वहीं, आइजीआइएमएस में 200 मरीज ऑक्सीजन पर व तीन 57 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं. 190 ऑक्सीजन, 3 आइसीयू और 29 एचडीयू में बेड खाली हैं.
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित दो और मरीजों की मौत इलाज के दौरान हो गयी. अस्पताल में शनिवार को दीघा के 34 वर्षीय रोहित साह व गौरीचक के 60 वर्षीय रामबाबू पासवान की मौत हो गयी. अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह व एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष कोरोना संक्रमित मरीज की अस्पताल में यह 435 मौत है.
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित एक दर्जन अर्थात 12 और मरीज बीमारी को परास्त कर शनिवार को घर लौटे है, जबकि दो नये संक्रमित मरीज को भर्ती किया गया. अस्पताल में 104 संक्रमित मरीज का उपचार किया जा रहा है. एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में 6117 मरीज को भर्ती कर उपचार किया गया है. डिस्चार्ज 4802 कोरोना संक्रमित में 2876 मरीज ठीक होकर व संदिग्ध मरीज है. भर्ती मरीजों में 18 आइसीयू में एक वेटिंलेंटर पर व 78 ऑक्सीजन पर है. अस्पताल में कोरोना संक्रमित 641 मरीज की बीमारी से हो चुकी है. मरीजों का उपचार मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ उमाशंकर प्रसाद व नोडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिन्हा की देखरेख में कराया जा रहा है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan