Patna Crime: पटना. राजधानी पटना में बेऊर थाना क्षेत्र में दो बच्चे का शव पानी भरे गड्ढे से बरामद हुआ है. दोनों बच्चे दो दिनों से लापता थे. दो बच्चों के शव मिलने से सनसनी फैल गई है. बच्चे के लापता होने की सूचना शनिवार की रात ही पुलिस को दे दी गयी थी. सोमवार की सुबह दोनों के शव बरामद हो गये. दोनों के शव मिलने के बाद कोहराम मच गया. दोनों बच्चे गर्दनीबाद के सरिस्ताबाद के रहने वाले थे और आपस में पड़ोसी थे. दोनों की पहचान 12 साल के विवेक कुमार और 11 साल के प्रत्युष कुमार के रूप में हुई है. परिजनों का आरोप है कि बच्चों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है और शवों को पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया गया.
परिजनों का उग्र प्रदर्शन, सड़क जाम
शव बरामदगी की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को पानी भरे गड्ढे से निकाला. दोनों बच्चों का हाथ पैर बांधा हुआ था. दोनों बच्चों के शरीर पर जख्म के निशान मिलने के बाद परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं. हंगामे की सूचना पाकर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस पहुंच गई है. लोगों का हंगामा जारी है. घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा है. लालू पेट्रोल पंप के पास लोगों ने सड़क पर आगजनी की और रोड जाम कर दिया. घटना स्थल पर काफी भीड़ जुटी है. आक्रोशित लोग गहन जांच और वारदात को अंजाम देनेवालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की है.
आंखें फोड़ दी गयी, सीने पर चाकू के घाव
जानकारी के अनुसार दोनों बच्चे गर्दनीबाग से लापता हुए थे और रात 11 बजे थाने को इसकी सूचना दी गई. सोमवार को बेऊर के लालू पेट्रोल पंप के पास गड्ढे में उन दोनों बच्चों के शव मिले. सूचना मिलने पर थाना द्वारा आस पास के सीसीटीवी कैमरों को पुलिस ने खंगाला. सीसीटीवी फुटेज में एक साथ तीन बच्चे दिखे. तीसरे बच्चे को बुलाकर पूछताछ की गयी. पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि दोनों की डूबने से मौत हुई है, क्योंकि उनके कपड़े और चप्पल पानी भरे गड्ढे के पास मिले हैं, लेकिन परिजनों का आरोप है कि उनकी पीट-पीटकर हत्या की गई है. डॉग स्क्वायड और एफएसएल को बुलाया गया है. 12 साल के मृतक विवेक के पिता का कहना है कि बच्चों की आंखे फोड़ दी गई हैं. आशंका जताई जा रही है कि बदमाशों ने पहले दोनों की बेरहमी से पिटाई की और उनकी आंखें फोड़ने के बाद उनके सीने में चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया है. पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश कर रही है.
एकलौता पुत्र था प्रत्युश, शव देख़ मां हुई बेहोश
प्रत्युश कुमार विकास यादव का एकलौता बेटा था. एकलौते बेटे के मौत के बाद पिता और मां मानिता देवी और दो छोटी-छोटी प्रत्यूष की बहनों नंदनी कुमारी व एन्जल का रो-रो कर हाल बुरा हो रहा था. मां मनीता बेटे के शव को छाती से चिपकाए बार-बार बेहोश हो जा रही थी. वही हाल विवेक के परिवार का भी था. विवेक की मां पूनम देवी और पिता विनोद यादव और एक छोटा भाई अभिषेक का भी हाल बुरा हो रहा था उसके अलावा परिवार करने लोग भी विलाप कर रहे थे. फिलहाल अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बच्चों की किसी ने हत्या कर दी या दोनों बच्चे खेलने के दौरान पानी भरे गड्ढे में डूब गए. हालांकि घटनास्थल पर कुछ लोग यह कह रहे थे कि दोनों बच्चों के सब जब बराबर किए गए तो उनके हाथ पीछे की ओर बंधे हुए थे. पूरा मामला पुलिस की छानबीन के बाद है स्पष्ट हो पाएगा कि दोनों बच्चों की हत्या हुई या पानी में खेलने के दौरान डूब कर मौत हुई है.
क्या है पूरा मामला
सरिस्तावाद के रहने वाले विनोद यादव वाहन चालक हैं उनका बेटा 12 साल का विवेक कुमार और अभिषेक कुमार एवं अलकापुरी के रहने वाले विकास यादव का 10 साल का बेटा प्रत्यूष कुमार रविवार की दोपहर छुट्टी होने के चलते खेलने निकले थे. रविवार की दोपहर के बाद अभिषेक अपने घर लौट आया और परिवार वालों को बोला कि विवेक और प्रत्यूष घोड़े की सवारी करने गया है. इसके बाद परेशान ढूंढने निकले लेकिन दोनों का कोई आता पता नहीं चला इसकी सूचना गर्दनि बाग़ थाना पुलिस को दिए गए. पुलिस ने सीसीटीवी इलाके में खंगालना शुरू किया, लेकिन कोई अता पता नहीं चला. रात भर परिजन परेशान रहे. वही सुबह-सुबह बायपास 70 फीट से पहले लारा पेट्रोल पंप के पीछे वाले इलाके में पानी भरे बड़े गढ़ों में दोनों बच्चों कि लाश बरामद की गई.