पटना. राजधानी पटना में पांच घंटे चार लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों के एक गिरोह को पटना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल, एक मैगजीन, नौ कारतूस, दो आइफोन, पांच मोबाइल फोन, 32 सौ नकद, एक बाइक व दो पर्स बरामद किया है.
नौकरी छूटी तो करने लगे अपराध
पूछताछ में पकड़े गए जसीम अख्तर, शुभम कुमार और समर ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन के पहले हम लोग दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे. लेकिन लॉकडाउन के बाद जब हमारी नौकरी चली गयी तो हमने दो जून की रोटी के लिए भटक रहे थे. इसी क्रम में हमारी मुलाकात बंटी से हुई और उसकी मदद से हम लोग सड़कों पर मोबाइल, पर्स आदि की छिनतई काम शुरू कर दिया.पुलिस के अनुसार बंटी कुक्यात अपराधी है. उसके ऊपर कई मामले दर्ज हैं. पत्रकारों से बात करते हुए शनिवार को पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पकड़े गये अपराधियों ने दस मामलों में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है.
ऐसे पकड़े गए अपराधी
शहर में हुए लूट-पाट की घटनाओं में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस प्रयासरत थी. इसी क्रम में पटना पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ अपराधी गर्दनीबाग रोड नंबर 18 में किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं. पुलिस टीम ने घेराबंदी कर छह अपराधियों को पकड़ लिया और उनके पास से हथियार व अन्य सामान को बरामद कर लिया. गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को बताया कि 16 अगस्त को आलमगंज थाने क्षेत्र के शनिदेव मंदिर के पास से उजले रंग की आर वन फाइव बाइक की चोरी किया था. उसी बाइक से हम लोग घटना को अंजाम दे रहे थे. पकड़े गए अपराधियों ने पटना पुलिस को बताया कि हम लोगों ने एक दिन में हथियार के बल पर कोतवाली थाने के फ्रेजर रोड स्थित फजल इमाम कॉम्पलेक्स के पास काले रंग का बैग, गांधी मैदान सेंट जेवियर्स स्कूल के पास मोबाइल फोन व नकद, बुद्धा कॉलोनी थाने के श्रीकृष्णा नगर में मोबाइल, ब्लू टूथ व पर्स और श्रीकृष्णापुरी थाने के आनंदपुरी के पास मोबाइल फोन छीन लिया था. पांच घंटे के अंदर हुई चार लूट की घटना ने पुलिस की नींद उड़ा दिया था.
अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित
पांच घंटे में चार लूट की घटना ने पटना पुलिस की नींद उड़ा दी. एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने घटना में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सिटी एसपी अंबरीश राहुल के नेतृत्व में कोतवाली थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, गर्दनीबाग थानाध्यक्ष अरुण कुमार, बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष निहार भूषण व श्रीकृष्णापुरी थानाध्यक्ष एस के सिंह की टीम बनायी. इस टीम ने घटनास्थल व आसपास के इलाके के सीसीटीवी कैमरे का वीडियो फुटेज खंगाल दिया. इसमें अपराधियों की तस्वीर हाथ लग गयी. लेकिन ये लोग अपने चेहरे पर मास्क लगाये थे. जिसके कारण पहचान नहीं हो पा रही थी. लेकिन उनकी कद-कांठी व बाइक के कलर से यह स्पष्ट हो गया कि एक ही गिरोह ने चारों लूट की घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल हुए आर वन फाइव का नंबर निकाल लिया लेकिन इस बात की जानकारी हुई कि उक्त बाइक चोरी चली गयी है.
गर्दनीबाग में घटना को अंजाम देने की तैयारी करते पकड़े गए
पुलिस शहर में हुए लूट की घटना में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रयासरत थी. इसी क्रम में पटना पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ अपराधी गर्दनीबाग रोड नंबर 18 में किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं. पुलिस टीम ने घेराबंदी कर छह अपराधियों को पकड़ लिया और उनके पास से हथियार व अन्य सामान को बरामद कर लिया.
ये पकड़े गए
जसीम अख्तर उर्फ विक्की(चितकोहरा बाजार, सब्जी मंडी, गर्दनीबाग), समर उर्फ दुर्गेश शिवम झा (कोशी रोड, सुपौल, वर्तमान महेंद्रू निवासी), आदित्य कुमार (भूमिहार टोला, सुपौल), बंटी कुमार (कोरमा, इस्लामपुर, नालंदा, वर्तमान घघा घाट, महेंद्रू), विकास कुमार (गर्दनीबाग) व शुभम कुमार (मुसल्लहपुर, कदमकुआं).