Patna: गलत काम का किया विरोध तो मनचले ने घर घुसकर नाबालिग पर चाकू से किया हमला, मामला दबाने की मिल रही धमकी
पटना के फुलवारी शरीफ में एक मनचले ने गलत नियत का विरोध करने पर नाबालिग को घर में घुसकर चाकू के हमले से जख्मी कर दिया. घटना को अंजाम देकर आरोपित फरार है.
पटना में एक मनचले ने लड़की को चाकूओं से गोद दिया. मामला वैशाली के गोरौल थाना क्षेत्र के चेहरा कलां प्रखंड का है जहां करहटीया गांव में एक लड़की को उसके पड़ोसी ने चाकू से हमला करके घायल कर दिया है. मनचले की बुरी नीयत का विरोध करना लड़की को महंगा पड़ गया. मनचला हमला के बाद से फरार है.
बताया जा रहा है कि मो. हुसैन, पिता मो असगर अली अपनी ही पड़ोस में रहने वाली एक लड़की पर बुरी नजर रखता था. लड़की कई बार उसकी गंदी हरकतों का विरोध कर चुकी थी. यह विरोध उसे उस समय भारी पड़ गया जब बीती रात मनचला युवक हुसैन लड़की के घर में घुस गया और सोये हुए अवस्था में लड़की पर चाकू से हमला करने लगा. लड़की के शोर मचाने के बाद हमलावर मौके फरार हो गया.
चाकू के वार से गंभीर रुप से घायल लड़की को आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. जहां से बेहतर ईलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया. उधर गांव में मौजूद पीड़िता की भाभी को हमलावर मो. हुसैन के परिजनों की तरफ से धमकी मिल रही है वो मामले को मैनेज कर लें नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. जिसके बाद पीड़िता के परिजनों में भी दशहत है.
पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पटना के बाईपास स्थित एक अस्पताल में परिजनों से इलाज के नाम पर करीब 35 से 40 हजार रुपए ऐंठ लिए लेकिन गंभीर रुप से घायल लड़की की हालत में सुधार नहीं हुआ. मजबूरन परिजन बेहतर इलाज के लिए फुलवारीशरीफ लेकर आए. बताया जा रहा है कि पीड़िता अभी नाबालिग है और उसकी मां का देहांत हो चुका है. वहीं पिता काफी वृद्ध हैं और भाई मुंबई में काम करता है. घटना के वक्त लड़की के पिता कमरे में सो रहे थे. आधी रात को इस घटना को अंजाम दिया गया.
पीड़िता के भतीजे अहमद रजा ने बताया कि पड़ोसी मो. हुसैन डेढ़ साल से लड़की को परेशान कर रहा था. मो हुसैन गुंडा टाइप का इंसान है और वह जबरदस्ती गलत काम करने का दबाव दे रहा था. उसकी गलत नियत का काफी विरोध किया गया लेकिन रात में सोए हालत में घर मे घुसकर जबरदस्ती गलत काम करना चाहता था जिसका विरोध करने पर चाकू से पेट मे मार दिया.
घटना 25 सितम्बर की आधी रात करीब 2 बजे घटी है. वहां से पटना के बाईपास में मेडिवर्ड हॉस्पिटल में लाया गया. अस्पताल वालों ने यहां इलाज के नाम पर 40 हजार रूपया ले लिया लेकिन मरीज की हालत में कोई सुधार नहीँ हुआ तब 27 सितम्बर की शाम सिटी हॉस्पिटल फुलवारी हारून नगर में पीड़िता को भर्ती कराया गया है.
( फुलवारी शरीफ से अजीत की रिपोर्ट )
Posted By: Thakur Shaktilochan