पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में बचपन के एक दोस्त ने एक डीजे संचालक की गोली मार कर हत्या कर दी है. मृत 28 वर्षीय शत्रुघ्न कुमार आर ब्लॉक स्थित बंगलिया अखाड़ा का निवासी था. उसके सिर में तीन गोलियां मारी गयीं जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी.
दरअसल, गुरुवार की देर रात उसके बचपन के दोस्त कनकटवा ने शत्रुघ्न को फोन किया और सचिवालय थाना क्षेत्र के पेसु स्थित एक मंदिर के पास बुलाया. उसने फोन पर कहा कि मुझे 200 रुपये की जरूरत है. इसके बाद शत्रुघ्न बोरिंग रोड में रहने वाले दोस्त गौतम को फोन कर स्कूटी लेकर बुलाया. गौतम की स्कूटी पर बैठ कर मंदिर पहुंच गया. वहां पहले से कनकटवा खड़ा था. शत्रुघ्न जब उसे 200 रुपये देकर जाने लगा, तो उसने कहा कि मुझे आर ब्लॉक स्थित रोड नंबर-1 के पास छोड़ दो. इसके बाद शत्रुघ्न ने गौतम को पंचमुखी मंदिर के पास इंतजार करने को कह कर कनकटवा को छोड़ने चला गया.
करीब आधे घंटे के बाद जब शत्रुघ्न नहीं लौटा, तो गौतम वहां से पैदल ही आर ब्लॉक रोड नंबर-1 के पास पहुंच गया. वहां देखा कि शत्रुघ्न के सिर में गोली लगी है और अपराधी उसकी स्कूटी भी लेकर फरार हो गया है. यह देख वह तुरंत इसकी सूचना शत्रुघ्न के परिवार वाले को दी. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची सचिवालय थाने की पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
सचिवालय थानाध्यक्ष भागीरथी सिंह ने बताया कि देर रात डीजे संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. मिली जानकारी के अनुसार परिजनों के बयान पर एक नामजद समेत चार अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. फरार आरोपित कनकटवा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पूरे दिन छापेमारी की है. वहीं, इस मामले में पुलिस ने दोस्त गौतम समेत दो लोगों को हिरासत में लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार कनकटवा की बहन और मृतक की बहन दोनों अच्छी दोस्त है. पहले कनकटवा आर-ब्लॉक स्थित रोड नंबर 1 में ही रहता था. फिलहाल अभी वह परसा के मौली में रहता है. दो दिन पहले ही दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. दो दिन पहले हुए मारपीट का कारण का पुलिस पता कर रही है. बताया जा रहा है कि शत्रुघ्न के पास 30 से 35 हजार रुपये भी थे, जो कनकटवा लेकर फरार हो गया.
दोस्तों के अनुसार दो साल पहले उसने लव मैरेज किया थी. एक साल की बेटी है. घर में छठ की तैयारी चल रही थी. इसी दौरान रात में जब शत्रुघ्न की मौत की खबर परिवार वाले को मिली तो कोहराम मच गया. पत्नी को होश नहीं था. शत्रुघ्न के दोस्त समेत अन्य लोग तुरंत वहां पहुंच गये. दोस्तों ने बताया कि वह काफी खुश था. किसी से कोई विवाद भी नहीं था. दुर्गा पूजा में कई जगहों पर उसके डीजे लगे थे. वह अपने इस कारोबार को और बड़ा बनाना चाह रहा था, लेकिन, उससे पहले यह सब हो गया.