पटना सहित पूरे बिहार में इन दिनों वायरल के साथ डेंगू और मलेरिया का प्रकोप चल रहा है. हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. पीएमसीएच, आइजीआइएमएस समेत सभी सरकारी अस्पतालों के बेड फुल हो चुके हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने से एंटीबायोटिक, पैरासिटामोल और मलेरिया दवा की खपत बढ़ गयी है.
दवा व्यापारियों के अनुसार पिछले 15 दिनों में सबसे ज्यादा एंटीबायोटिक की बिक्री छह गुनी बढ़ गयी है. इसके अलावा पैरासिटामोल की बिक्री में भी पांच गुना इजाफा हुआ है. वहीं, कफ सिरप और पेन किलर की मांग में भी तीन गुनी की वृद्धि हुई है. यहां बता दें कि डेंगू मरीजों का आकड़ा रविवार को जिले में 1956 के पार पहुंच गया था.
एक सप्ताह का बचा मलेरिया दवा का स्टॉक
इन दिनों डेंगू के साथ ही मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. खासकर बच्चे व किशोर इस बीमारी से अधिक परेशान हैं. सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों द्वारा लिखी जाने वाली कोमबिथर फोर्ट टैबलेट नाम की इस दवा की मांग 10 दिनों में तेजी से बढ़ी है.
दवा व्यापारियों के अनुसार इस दवा में दो एंटीपैरासाइटिक दवाओं का मिश्रण होता है. व्यापारियों की मानें, तो अगर मलेरिया का प्रकोप इसी तरह से रहा, तो अगले एक सप्ताह में संबंधित रोग की दवा का स्टॉक खत्म हो जायेगा, क्योंकि शहर के गोविंद मित्रा दवा मंडी में सिर्फ एक सप्ताह का ही इसका स्टॉक बचा है.
बिहार में बिक रही 45 लाख रुपये की पैरासिटामोल
डेंगू में सबसे अधिक पैरासिटामोल टैबलेट की खपत बढ़ी है. दवा एसोसिएशन के अनुसार गोविंद मित्रा दवा मंडी में रोजाना 45 से 48 लाख रुपये की पैरासिटामोल की बिक्री हो रही है. इनमें सबसे अधिक पटना जिले में करीब चार लाख, तो बाकी बिहार के अलग-अलग जिलों में 50 हजार से लेकर दो लाख रुपये की पैरासिटामोल की बिक्री हो रही है.
इसके अलावा कफ सीरप की बिक्री हो रही है. एसोसिएशन के सदस्यों के अनुसार अधिकतर लोग डेंगू से जुड़ी दवाओं का स्टॉक घर में ही रख रहे हैं. इसमें बुखार, खांसी, जुकाम, दर्द के साथ एंटीबायोटिक दवाएं शामिल हैं.
बिहार में किस दवा की कितनी बिक्री–
पैरासिटामोल पहले आठ से 10 लाख रुपये की, अब 40 से 45 लाख
– पेन किलर 10 से 12 लाख, अब 30 से 35 लाख- कफ सिरप 20 से 25 लाख, अब 40 लाख
– एंटीबायोटिक 10 से 12 लाख अब 70 से 62 लाख
क्या कहते हैं दवा एसोसिएशन के अधिकारी
इन दिनों बुखार, खांसी, जुकाम, दर्द के साथ-साथ एंटीबायोटिक दवाओं की बिक्री खूब बढ़ गयी है. सबसे ज्यादा एंटीबायोटिक की छह गुनी, पैरासिटामोल की पांच गुनी, कफ सिरप और पेन किलर की तीन-तीन गुनी मांग बढ़ी है. जीएम रोड के अलावा अस्पतालों, मेडिकल स्टोरों के बाहर दिनभर मरीजों की भीड़ दवा खरीदने के लिए लगी रहती है. संतोष कुमार, बिहार रिटेल केमिस्ट फोरम के प्रदेश संयोजक