पटना के बंगाली अखाड़ा में षष्ठी तिथि के दिन शाम 6 बजे मां दुर्गा के पट खोल दिए गए. पट खुलते ही यहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी.
पटना के बांसघाट स्थित काली मंदिर रोशनी से जगमगा रहा है. यहां पूजा के लिए भक्तों की भीड़ जुटी है. यहां श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में दीप जलाये व आरती की.
पटना के डाकबंगला चौराहे पर बनने वाला पूजा पंडाल इस बार इंडोनेशिया के प्रंबानन मंदिर के तर्ज पर बना है. पंडाल की ऊंचाई लगभग 90 फुट व चौड़ाई 55 फुट है. पूजा के दौरान इस भव्य पंडाल की खूबसूरती काफी मनमोहक होगी. पंडाल को बस फाइनल टच दिया जा रहा है.
मां के भक्ति गीतों से राजधानी का माहौल भक्तिमय हो गया है. दुर्गोत्सव को लेकर शहर की सड़कें लाइटों से जगमग कर रही है.
सिपारा के एतवारपुर में तमिलनाडु का मीनाक्षी मंदिर देखने को मिलेगा. यहां मां का विशेष आसन भी बनाया जा रहा है. मदुरई मीनाक्षी अम्मन टेंपल के निर्माण के लिए विशेष पंडाल निर्माताओं को भी बुलाया गया है. ये कारीगर बंगाल और झारखंड से आए हैं.
पटना में भव्य और खूबसूरत पंडाल के साथ साथ शहर की सड़कों को भी बड़ी खूबसूरती के साथ सजाया गया है. सड़कों पर लगी लाइटों से आसपास के इलाके जगमग कर रहे हैं.
दुर्गाश्रम शेखपुरा में बेटी की पुकार थीम पर इस साल पूजा पंडाल बनाया जा रहा है. इसमें दिखाया जायेगा कि घने जंगल में गणेश जी, भगवान शंकर, नारद मुनि, मां दुर्गा और राक्षस भ्रमण कर रहे हैं.
शारदीय नवरात्र के सातवें दिन नाला रोड स्थित पूजा पंडाल में मां दुर्गा का पट खुलने के बाद पूजा और दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ लग गई. भक्तों ने मां को यहां अपने मन की मनोकामनाएं बताई.
दुर्गा पूजा को लेकर पूरे शहर में माता की प्रतिमा के साथ ही श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए भव्य पंडाल बनाये गये हैं. शनिवार को अधिकतर पंडाल बन कर तैयार हो गये हैं और इनकी सजावट से आसपास के इलाके जगमग कर रहे हैं.