प्रभात खबर ने पूरे किये शानदार 24 साल, पत्रकारिता के कई नये कीर्तिमान किये स्थापित
प्रभात खबर ने पटना में अपनी यात्रा का एक और पड़ाव पूरा कर लिया है. प्रभात खबर के पटना संस्करण के शानदार 25 साल पूरे हो गये है. प्रभात खबर ने एक सुदूर पिछड़े इलाके रांची से अपने सफर की शुरुआत की थी. लेकिन कुछ ही समय में प्रभात खबर ने राष्ट्रीय फलक पर अपनी जगह बना ली. आज प्रभात खबर - पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर और कोलकाता से एक साथ प्रकाशित होता है. इस अखबार के आगे बढ़ने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ पाठकों को जाता है जिन्होंने कई विकल्प होने के बावजूद प्रभात खबर के प्रति अपना स्नेह बनाये रखा.
प्रभात खबर ने पटना में अपनी यात्रा का एक और पड़ाव पूरा कर लिया है. प्रभात खबर ने एक सुदूर पिछड़े इलाके रांची से अपने सफर की शुरुआत की थी. लेकिन कुछ ही समय में प्रभात खबर ने राष्ट्रीय फलक पर अपनी जगह बना ली. आज प्रभात खबर – पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर और कोलकाता से एक साथ प्रकाशित होता है. इस अखबार के आगे बढ़ने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ पाठकों को जाता है जिन्होंने कई विकल्प होने के बावजूद प्रभात खबर के प्रति अपना स्नेह बनाये रखा. प्रभात खबर का पटना संस्करण 11 जुलाई, 1996 से शुरू हुआ. तकनीकी तौर पर उसी साल सात अप्रैल से प्रकाशन शुरू हो चुका था. संयुक्त बिहार में एक जिला मुख्यालय रांची से निकलकर राजधानी पटना से छपना धारा के विपरीत प्रयोग की कहानी है. – आशुतोष चतुर्वेदी, प्रधान संपादक
प्रभात खबर के लिए पूर्व राष्ट्रपति डाॅ कलाम ने ये बातें कही थीं
यहां आने के पहले मैंने प्रभात खबर के मई के अंतिम सप्ताह के अंक देखे थे. मैंने जानना चाहा कि यह किस राजनीतिक दल का समर्थक अखबार है. मैंने पहला पेज देखा, दूसरा पेज देखा, तीसरा पेज… सभी पेज देख डाले, लेकिन कुछ ज्यादा नहीं समझा कि किस दल का समर्थक अखबार है. बाद में मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि यह किसी पार्टी का नहीं, बल्कि लोगों का अखबार है. उसमें मैंने कुछ कार्टून देखे. प्रदेश और देश के बारे में कुछ अच्छे विषयों पर चर्चा भी देखी. काफी शोध करने के बाद, विषयों पर चर्चा की गयी है. एक खबर जो तंबाकू के बारे में लिखी गयी है, बहुत ही महत्वपूर्ण है. मैं चाहता हूं कि इस तरह के सामाजिक विषयों पर चर्चा होती रहे. आप सभी को मेरी बधाई और शुभकामनाएं. आप सब पर ईश्वर की कृपा सदैव बनी रहे.
सामाजिक प्रतिबद्धता वाला अखबार- सीएम नीतीश
यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि प्रभात खबर11 जुलाई 2020 को अपना स्थापना दिवस मनाने जा रहा है. पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. सार्वजनिक दायित्व एवं हित से जुड़कर ही पत्रकारिता सार्थक बनती है. सर्वसाधारण की भावनाओं एवं विचारों को सरल, सहज, सुलभ और आसान भाषा में व्यक्त करना एवं अपनी लेखनी के माध्यम से सभ्य समाज की स्थापना करना एक निष्पक्ष एवं ईमानदार पत्रकार का सामाजिक दायित्व है. मुझे विश्वास है कि प्रभात खबर पटना अपने सामाजिक सरोकारों, प्रतिबद्धता, दायित्व एवं जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में सफल होगा. मैं हिंदी दैनिक समाचार पत्र प्रभात खबर के सफल प्रकाशन की मंगलकामना करता हूं.
‘प्रभात खबर’ स्वतंत्र, सृजनशील- राज्यपाल फागू चौहान
‘प्रभात खबर’ 11 जुलाई को अपनी यात्रा के 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. आशा है, ‘प्रभात खबर’ स्वतंत्र, सृजनशील, निष्पक्ष एवं निर्भिक पत्रकारिता के मानदंडों पर खरा उतरता हुआ सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक आदि ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न प्रक्षेत्रों के सम्यक् विकास की दिशा में अपना महत्वपूर्ण रचनात्मक योगदान देता रहेगा. मैं अखबार के स्थापना दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं.
नये कीर्तिमान स्थापित किये – रविशंकर प्रसाद
मुझे यह जानकर अति प्रसन्नता हो रही है कि ‘प्रभात खबर’ अपना 24वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है. प्रभात खबर ने सकारात्मक पत्रकारिता के नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं. मैं स्वयं वर्षों से इसका पाठक रहा हूं. आज जब प्रभात खबर अपनी गौरवशाली पत्रकारिता की परंपरा के 25वें वर्ष में प्रवेश करने पर मेरी शुभकामना है कि उसकी कीर्ति की पताका और लहराये एवं पाठकों में ऊर्जा भरती रहे.
प्रभात खबर ने दी समाज को नयी दिशा- तेजस्वी यादव
यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि पटना से प्रकाशित हिंदी दैनिक समाचार पत्र ‘ प्रभात खबर ‘ अपना 24वां स्थापना दिवस मना रहा है. प्रभात खबर ने अपने स्थापना काल से ही सामाजिक बदलाव एवं सकारात्मक पत्रकारिता के बल पर जनमानस में अपनी अलग पहचान बनायी है. समाचार पत्र समाज और प्रशासन के बीच एक बड़ी कड़ी का काम करता है. इससे समाज को एक नयी दिशा मिलती है. आशा है पूर्व की तरह ही यह सच्ची पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करता रहेगा.