Patna Flood पटना में गंगा का जलस्तर बढ़ने का सिलसिला तो रुक गया है. लेकिन गंगा का पानी अब पटना की सड़कों पर आ गया है. कंगन घाट के किनारे बसे लोग एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए अब इसका सहारा ले रहे हैं. स्थानीय लोगों ने गंगा किनारे लगे नाव में एक दो नाव को सड़क पर बह रहे पानी में उतार दिया है. सड़क पर ठेहुना भर पानी जमा होने की स्थिति में गंगा किनारे रहने वाले लोग कंगन घाट से लेकर किला घाट के बीच में सड़क पर नाव चला कर आवाजाही कर रहे है.
कंगन घाट से लेकर कंगन घाट गुरुद्वारा मार्ग तक गंगा का पानी सड़कों पर जमा है. इस वजह से तट पर रहने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कंगन घाट, हीरानंद घाट,किला रोड घाट,दमराही घाट,पत्थर घाट,नुरूद्दीगंज घाट, रिकाबगंज घाट, व पीरदमरिया घाट के आसपास में रहने वालों के घरों में भी पानी आ गया है.
ये भी पढ़ें.. Bihar Land Survey: जमीन सर्वे के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन 36 लाख लोगों ने अब तक की स्वघोषणा
दूसरी ओर भद्र घाट से लेकर महावीर घाट के बीच में भी सड़क पर पानी बहने की वजह से प्रशासन ने वाहनों का परिचालन गंगा किनारे की सड़कों पर रोक दिया है. एसडीओ सत्यम सहाय ने बताया कि गंगा के जलस्तर पर हो रही बढ़ोत्तरी पर.एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीम को भी निगरानी के लिए कहा गया है. वो खुद गंगा घाटों का निरीक्षण कर रहे है.
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को पटना में बाढ़ का निरीक्षण करने जेपी गंगा पथ के कंगन घाट, गांधी घाट एवं कृष्णा घाट पहुंचे. सीएम वहां पर रुक कर गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली.
अशोक राजपथ को जेपी गंगा पथ से मिलाने वाले कृष्णा घाट पर निर्माणाधीन पहुंच पथ की भी मुख्यमंत्री ने जानकारी ली और तेजी से निर्माण पूर्ण करने का निर्देश दिया. गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने पटना के जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुये पूरी तरह अलर्ट रहें और सारी तैयारी पूर्ण रखें. स्थिति की लगातार समीक्षा करते रहें और आवश्यक कार्रवाई त्वरित करें.