पटना गया डोभी फोरलेन (एनएच-83) बनकर तैयार हो गया है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री 05 जनवरी को इसका लोकार्पण करेंगे. लोकार्पण के बाद इस सड़क पर पटना से गया और डोभी से पटना के लिए गाड़ियां फर्राटा भरना शुरू कर देगी. इसके बनने से सड़क मार्ग से पटना – गया और डोभी की यात्रा करने वाले लोगों को चार से पांच घंटा का समय लगता है.
लेकिन इसके निर्माण से पटना से गया का सफर अब मात्र दो घंटे में ही पूरा किया जा सकता है. जबकि पटना से डोभी तक की यात्रा करने में तीन घंटे का समय लगेगा. मतलब करीब दो घंटे की बचत होगी. साढ़े 5 हजार करोड़ की लागत से बन रहे सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2010 में शुरू हुआ था. यह अब जाकर पूरा हुआ है. सूत्रों का कहना है कि इसके निर्माण पर अब 20 हजार करोड़ खर्च हुए हैं. पटना-गया-डोभी फोरलेन से 9 बाईपास को जोड़ा गया है.
पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर पटना उच्च न्यायालय के द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद इसमें काफी तेजी आई थी. इसके बाद सड़क निर्माण की पूरी मॉनिटरिंग पटना हाईकोर्ट के द्वारा की जा रही थी. 2010 में काम समय से पुराना होता देख लोगों की समस्याओं को देखते हुए पटना हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 2020 में नई कंपनी को काम सौंपा गया था. जिसके बाद निर्माण का लक्ष्य दिसंबर 2022 रखा गया था. सड़क निर्माण में हो रही देर और पटना हाईकोर्ट से फटकार लगने के बाद सरकार के स्तर पर भी निर्माण ने तेजी लाई गई थी.