पटना के एक कॉलेज की छात्राओं का AI से बनाया अश्लील फोटो-वीडियो, वायरल करके ब्लैकमेल कर रहे बदमाश
पटना की छात्राओं की अश्लील तस्वीरें और वीडियो AI की मदद से साइबर बदमाश बना रहे हैं और उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं.
नितिश, पटना: बदमाशों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है. इसकी मदद से लड़कियों की अश्लील तस्वीर और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जा रहा है. यह घटना पटना के एक प्रतिष्ठित कॉलेज की छात्राओं के साथ घटी है. यहां तक की कुछ छात्राएं उनकी ब्लैकमेलिंग का शिकार भी बन गयी हैं और किसी ने 10 हजार तो किसी ने 15 हजार रुपये दे दिये हैं. इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब इस कॉलेज की करीब आठ छात्राओं ने पटना के साइबर थाने में शिकायत की.
सोशल मीडिया से फोटो निकालकर एडिट किया, ब्लैकमेलिंग करके ऐंठे पैसे
छात्राओं ने बताया कि आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस की मदद से उनके फोटो को सोशल मीडिया से निकाल कर आपत्तिजनक बना दिया गया है और ब्लैकमेलिंग की जा रही है. कुछ छात्राओं ने समाज में बदनामी के डर से उन लोगों को पैसे तक भेज दिये हैं. उन लोगों ने यह भी बताया कि जिन छात्राओं ने पैसे नहीं दिये, उनके नाम से फर्जी आइडी बना कर आपत्तिजनक तस्वीरों और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल तक कर दिया गया है. छात्राओं ने एक लिखित शिकायत साइबर थाने में की और कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
एक छात्रा ने चैट कर वीडियो वायरल करने से मना किया तो मांगे रुपये
एक छात्रा को यह जानकारी मिली कि उसका आपत्तिजनक तस्वीर और वीडियो बना कर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है. उसने चैट कर संबंधित व्यक्ति से इस तरह का कार्य करने से मना किया, तो उससे पैसे की मांग की जाने लगी. इसके बाद समाज में बदनामी के डर से उसने 10 हजार रुपये दे दिये. लेकिन फिर से उसने पैसे मांगे तो छात्रा ने नहीं दिया.
कई छात्राओं ने दी घटना की जानकारी
आपत्तिजनक तस्वीर व वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने और ब्लैकमेलिंग के बाद भी छात्राएं बदनामी के डर से चुप थीं. लेकिन कॉलेज में ही एक छात्रा ने अपने साथ हुई इस घटना का जिक्र किया और दोस्तों से सलाह मांगी. इतना सुनते ही कई अन्य छात्राओं ने भी अपने साथ हुई घटना की जानकारी साझा की. इसके बाद उन लोगों ने पुलिस से शिकायत करने का निर्णय लिया. इसके बाद साइबर थाना पहुंच कर शिकायत की.
अधिकतर मामलों में परिचित की ही रही है करतूत
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि इस तरह के मामले सामने आने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाती है. पिछले जितने भी मामले सामने आये हैं, उसमें से अधिकांश में किसी परिचित की ही करतूत सामने आयी है. कई मामलों में गिरफ्तारी भी हुई है. जो भी व्यक्ति फेसबुक, इंस्टाग्राम या अन्य सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, उन्हें प्राइवेसी के नियमों की सेटिंग को अच्छे तरीके से फॉलो करना चाहिए. क्योंकि अब इस तरह की सेटिंग्स आ गयी है कि कोई फोटो डाउनलोड नहीं कर सकता है.
कैसे बचा जा सकता है?
– सोशल मीडिया पर किसी अपरिचित का फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें.
– सोशल मीडिया पर फोटो डालने से बचे.
– सोशल मीडिया के प्राइवेसी के सेटिंग्स को फॉलो करें.
– किसी अपरिचित व्यक्ति को अपना मोबाइल नंबर या व्हाट्सएप नंबर नहीं दें.
– किसी की ब्लैकमेलिंग करने पर उसे पैसे हरगिज न दें. बल्कि पुलिस को सूचित करें.