पटना हाइकोर्ट ने सोमवार से मुकदमों की सशर्त फिजिकल फाइलिंग की अनुमति दे दी है. फिजिकल फाइलिंग की यह सुविधा कोर्ट के कार्य दिवस पर शुरू की गई है जो दोपहर 12 बजे तक संबंधित अधिवक्ता द्वारा अपने एओआर के माध्यम से ओटीपी निकालने के बाद ही पहले आओ पहले पाओ के आधार पर अधिवक्ता को प्रदान की जाएगी. फिजिकल फाइलिंग के लिये यह व्यवस्था वकीलों को बैठने के लिये बने शताब्दी भवन में की गई है.
शताब्दी भवन में एक बॉक्स रखा रहेगा जिसमे नए मुकदमों को उस बॉक्स में डाला जा सकता है. उक्त आशय की सूचना पटना हाई के रजिस्ट्रार(लिस्ट) द्वारा एक सूचना प्रकाशित कर दी गई है.इसमें कहा गया है कि मुख्य न्यायाधीश के निर्देशानुसार हाई कोर्ट की पूर्ण पीठ द्वारा विगत 30 सितंबर को सीडब्लूजेसी 5633/2020 में पारित आदेश के अनुपालन करते हुए यह आदेश दिया गया है. उक्त आशय की सूचना महानिबंधक द्वारा हाई कोर्ट के बार एसोसिएशन, एडवोकेट्स एसोसिएशन व लॉयर्स एसोसिएशन के सचिव को भी दी गई है
वहीं शनिवार को बिहार में मिले कोरोना के कुल मामले में अभी भी सबसे अधिक मामले राजधानी पटना में ही मिले. दूसरी तरफ पटना एम्स में दो दिनों के अंदर नौ लोगों की मौत कोरोना से हो गयी, जबकि 33 मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली है.
वहीं जनता दल यूनाइटेड के मुंगेर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कोरोना को मात दे दी है, जिसके बाद उन्हें एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया.
Posted by : Thakur Shaktilochan