पटना हाइकोर्ट(Patna High court ) में अब घर से नहीं आमने-सामने बहस होगी. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के बाद हाइकोर्ट प्रशासन पहली बार नमूने के तौर पर फिजिकल कोर्ट (Physical Hearing)बैठा रहा है. सुनवाई की इस पुरानी व्यवस्था में फिलहाल प्रत्येक जज फिजिकल कोर्ट में केवल 25 मामलों की ही सुनवाई करेंगे.
कोर्ट में फिजिकल सुनवाई तो होगी, लेकिन वकीलों के तीनों एसोसिएशन के लाइब्रेरी व बैठने वाले हॉल और कमरों को नहीं खोला जायेगा. अर्थात वकील जहां पहले एसोसिएशन की अपनी सीट पर बैठा करते थे, वह जगह पूरी तौर पर बंद रहेगी. प्रत्येक जज सोमवार से केवल 25-25 मामलों की सुनवाई करेंगे. इसके लिए हर कोर्ट में केवल आठ-आठ कुर्सियों को रखा गया है.
वकीलों को हाइकोर्ट के अहाते में कार पार्किंग करने में भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. गेट नंबर-3 से कार लाने की अनुमति दी गयी है, लेकिन कार पार्किंग में लाने के पहले वकीलों को अनेक प्रकार से जांच का सामना करना पड़ेगा. वकीलों को सुनवाई के बहुत पहले कोर्ट पहुंचना होगा, क्योंकि उन्हें अपना पास भी बनवाना पड़ेगा. देरी हुई, तो मामले की सुनवाई वकील की अनुपस्थिति में हो जायेगी. उन वकीलों को भारी कठिनाइयों से गुजरना होगा, जिनके मामले पर पहले फिजिकल कोर्ट में सुनवाई होगी और बाद में वर्चुअल. यदि एक ही समय में दोनों मामले पर सुनवाई हुई, तो उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा .
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हाइकोर्ट की खबर लिखने वाले विधि संवाददाताओं ने मुख्य न्यायाधीश को इस संबंध में पत्र लिखकर विधि संवाददाताओं को भी समाचार संकलन के लिये कोर्ट रूम में आने-जाने के लिये पास जारी करने का लिखित अनुरोध किया है.
Posted By: Thakur Shaktilochan