बिहार में जमीन बेचने का नियम बदला तो घट गयी रजिस्ट्री की संख्या, जानिए क्यों लौट रहे लोग..
बिहार में जमीन बेचने के नियम में बदलाव किया गया तो उसका असर भी देखने को मिला है. रजिस्ट्री कराने वालों की संख्या घट गयी है.
बिहार में जमीन विवाद के बढ़ते मामलों के निबटारे के लिए जमीन बेचने के नियमों में बदलाव किये जाने की वजह से जमीन की रजिस्ट्री में गिरावट आ गयी है. नये नियम के मुताबिक दस्तावेजों में जिनके नाम से जमाबंदी होगी, उन्हीं को जमीन रजिस्ट्री का अधिकार होगा. नियम बदलाव के बाद शुक्रवार को जिला निबंधन कार्यालय में इसका असर देखने को मिला. जमीन रजिस्ट्री के लिए डीड जमा करने वालों की संख्या में 50 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी.
नियम में बदलाव के बाद रजिस्ट्री की संख्या घटी
शुक्रवार को जिला निबंधन कार्यालय में कुल 75 जमीनों की रजिस्ट्री के लिए डीड को जमा किया गया. जमा किये गये कुल 75 डीड से 3 करोड़ 12 लाख रुपये की राजस्व वसूली की गयी. मालूम हो कि नियम में किये गये बदलाव को पटना हाइकोर्ट द्वारा वैध करार देने के बाद गुरुवार को इसका आदेश जारी हुआ था.
पटना में सिर्फ 11 रजिस्ट्री हो सकी
नियम में बदलाव से पहले 80 से 85 जमीनों की रजिस्ट्री डीड जमा की जाती थी. लेकिन शुक्रवार को जमीन व मकान बेचने के लिए डीड जमा करने के लिए आने वाले ज्यादातर लोग नये नियम के बारे में जानकारी नहीं होने से डीड जमा किये बैगर ही लौट गये. हालांकि, जिला निबंधन कार्यालय ने नोटिस चस्पा कर नये नियमों की जानकारी दी है. वहीं पटना सिटी स्थित अवर निबंधन कार्यालय में शुक्रवार को कुल 11 निबंधन हुए. इनमें तीन मिसलेनियस और आठ गिफ्ट सेल से जुड़ी रजिस्ट्री की गयी. इससे 18 लाख 79 हजार रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई. अवर निबंधक की मानें, तो नये नियमों से पहले प्रतिदिन औसतन 25 से 30 रजिस्ट्री होती थी. लेकिन नये नियम के प्रभावी होने की वजह से रजिस्ट्री में 50 प्रतिशत तक की कमी आयी है.
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फुलवारी, संपतचक और बाढ़ में भी रजिस्ट्री की रफ्तार घटी
फुलवारीशरीफ में 10 से भी कम व संपतचक निबंधन कार्यालय में शुक्रवार को 20 रजिस्ट्री की गयी. अवर निबंधक आशीष अग्रवाल ने बताया कि नये नियम लागू होने से पहले 25-30 जमीन दस्तावों का निबंधन होता था. बाढ़ प्रखंड में 12 जमीन दस्तावेज का निबंधन हुआ. दानापुर में करीब 25 रजिस्ट्री नये नियम की वजह से नहीं हो पयी. लोगों ने बताया कि जमाबंदी में नाम नहीं होने की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है.
बिहटा, बिक्रम व मसौढ़ी में भी 20% से भी कम संख्या में निबंधन
शुक्रवार को बिहटा नगर स्थित अवर निबंधन कार्यालय में 13 ही रजिस्ट्री हुई,जबकि पहले प्रतिदिन 40 से 50 रजिस्ट्री होती थी. बिक्रम निबंधन कार्यालय में जहां प्रतिदिन औसतन 60 से 70 रजिस्ट्री होती थी, वहीं शुक्रवार को 14 जमीन दस्तावेजों का निबंधन किया गया. इसके अलावा मसौढ़ी निबंधन कार्यालय शुक्रवार को शाम चार बजे तक 15 लोगों ने ही जमीन रजिस्ट्री के लिए डीड जमा किया.