पटना लॉ कॉलेज की परेशानी, शिक्षक कम होने से 120 सीटों पर ही हो रहा है दाखिला, सरकार से मांगे 15 शिक्षक

पटना लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो एमडी शरीफ ने कहा कि लगातार प्रयास जारी है. 15 शिक्षकों का प्रोपोजल सरकार को भेजा गया है. तीन शिक्षक 14 दिसंबर के बाद मिल जायेंगे. तीन शिक्षक मिलने के बाद कॉलेज में 10 शिक्षक हो जायेंगे. इससे पहले अभी तक सात शिक्षक हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2022 3:22 AM

अनुराग प्रधान, पटना: पटना लॉ कॉलेज में सीटें बढ़े इसके लिए प्रयास जारी है. लॉ कॉलेज में 300 सीटें थीं, लेकिन बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने शिक्षकों व कमरों की कमी के कारण 120 सीटों पर ही एडमिशन की अनुमति दी है. पटना लॉ कॉलेज में पिछले दो सत्र से 120 सीटों पर ही एडमिशन हो रहा है. लेकिन बीसीआइ के सुझावों पर पटना यूनिवर्सिटी के साथ-साथ पटना लॉ कॉलेज ने भी काम करना शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि हाइकोर्ट ने 23 मार्च 2021 में राज्य के 27 सरकारी व निजी लॉ कालेजों में नये एडमिशन पर रोक लगा दी थी. लेकिन इसके बाद आंशिक संशोधन करते हुए इन कॉलेजों में सशर्त एडमिशन की मंजूरी दी गयी थी.

14 दिसंबर के बाद मिल जायेंगे तीन शिक्षक

पटना लॉ कॉलेज के प्राचार्य प्रो एमडी शरीफ ने कहा कि लगातार प्रयास जारी है. 15 शिक्षकों का प्रोपोजल सरकार को भेजा गया है. तीन शिक्षक 14 दिसंबर के बाद मिल जायेंगे. तीन शिक्षक मिलने के बाद कॉलेज में 10 शिक्षक हो जायेंगे. इससे पहले अभी तक सात शिक्षक हैं. इसके बाद भी 13 शिक्षकों की कमी रहेगी. सरकार अगर शिक्षकों की व्यवस्था जल्द करती है, तो काफी हद तक प्रॉब्लम सॉल्व हो जायेगा. इसके बाद कॉलेज को छह और कमरे का निर्माण करना होगा. लेकिन इससे पहले शिक्षकों की बहाली जरूरी हो गयी है. इसके बाद ही नये सत्र 2023 में सीटों की संख्या बढ़ सकेगी.

छात्र संघ मिलेगा बार काउंसिल ऑफ इंडिया से

पीयू के नवनिर्वाचित छात्र संघ पटना लॉ कॉलेज में सीटों की संख्या बढ़ाने को लेकर जल्द ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मुलाकात करेंगे. छात्र संघ अध्यक्ष आनंद मोहन ने कहा है कि सत्र 2023 से पटना लॉ कॉलेज में 300 सीटों पर एडमिशन हो इसके लिए प्रयास किया जायेगा.

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एमएफए की शुरू होगी पढ़ाई

पीयू में नये सत्र 2023 से मास्टर ऑफ फाइन आर्ट (एमएफए) की पढ़ाई नये सत्र 2023 में शुरू हो जायेगी. इसकी तैयारी चल रही है. पुरानी फाइल एक बार फिर टेबल पर लौट आयी है. इस पर काम किया जा रहा है. राजभवन ने कोर्स के संचालन के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं होने के साथ-साथ एक आर्ट फैकल्टी स्थापित करने की भी बात कही थी. जल्द ही इस दिशा में फाइनल प्रस्ताव तैयार होगा.

बीएफए फाइनल इयर के स्टूडेंट्स ने कहा कि सत्र 2023 में इसकी पढ़ाई शुरू होने से काफी लाभ मिलेगा. यह कोर्स दो वर्ष व चार सेमेस्टर का होगा. एडमिशन टेस्ट के आधार पर होगा. इसमें 50% मार्क्स के साथ बैचलर ऑफ विजुअल व बैचलर ऑफ फाइन आर्ट डिग्री वाले स्टूडेंट्स ही शामिल हो सकते हैं. 32 वर्ष से अधिक वाले अप्लाई नहीं कर सकते हैं. एमएफए के तहत चार कोर्स की पढ़ाई होगी. इसमें अल्पलाइड आर्ट, स्क्लप्चर, पेंटिंग व ग्राफिक्स एंड प्रिंट मेकिंग की पढ़ाई होगी. सभी में 10-10 सीटें तय की गयी है.

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