बिहार : नयी व्यवस्था के साथ खुलेगा महावीर मंदिर, अल्फाबेट सिस्टम होगा लागू, ऐसे मिलेगी एंट्री
महावीर मंदिर में अब नाम में आने वाले अंग्रेजी वर्णमाला के पहले अक्षर के अनुसार भक्तों को प्रवेश मिलेगा. न्यास परिषद के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि अभी जो संकट का समय है उसे जल्द दूर नहीं किया जा सकता.
पटना : महावीर मंदिर में अब नाम में आने वाले अंग्रेजी वर्णमाला के पहले अक्षर के अनुसार भक्तों को प्रवेश मिलेगा. न्यास परिषद के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि अभी जो संकट का समय है उसे जल्द दूर नहीं किया जा सकता. इसलिए आठ जून से महावीर मंदिर में एक नयी व्यवस्था लागू की जायेगी, जिसमें ऑनलाइन बुकिंग के अलावा भक्तों को नाम के अनुसार दर्शन करने का मौका मिलेगा. मंदिर में प्रवेश करने के लिए नाम का पहला अक्षर ही मान्य होगा. इस दौरान अगर मंदिर में पति पत्नी साथ आते हैं, तो पत्नी के नाम का पहला अक्षर ही मान्य होगा. अगर उनके साथ बच्चे हैं तो भी वही अक्षर पहला माना जाएगा. सभी भक्त पहचान के लिए आधार कार्ड या कोई भी पहचान पत्र लेकर ही मंदिर आएंगे, उनके नाम का सत्यापन हो सके. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार और शनिवार को ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था की गयी है. ऑनलाइन बुकिंग वालों को जो यूनिट कार्ड नंबर मिलेगा. उसे लेकर आएंगे या मोबाइल में उसे दिखाकर प्रवेश करेंगे. बिना मास्क के मंदिर में एंट्री नहीं मिलेगी.
दर्शन के लिए ऑनलाइन मिलेगा डेट और टाइम
दर्शन के लिए भक्तों को डेट और टाइम भी ऑनलाइन ही जनरेट होगा. निश्चित संख्या में स्लॉट वाइज लोगों को मंदिर आने की अनुमति दी जायेगी. एक दिन के लिए कुल 32 स्लॉट होगा. एक स्लॉट में 90 लोगों को दर्शन करने का मौका मिलेगा. इस प्रकार मंदिर दर्शन के लिए 16 घंटे खुला रहेगा. इसके लिए सात जून से बुकिंग शुरू होगी. ऑनलाइन दर्शन के लिए mavirmandirpatna.org पर लॉगइन करना होगा.
नये सिस्टम में कब किसे मिलेगी एंट्री
दिन अल्फाबेट टाइम
रविवार : A, B, C, D, E 1:00- 2:00 बजे तक
सोमवार : F, G, H, I, J 2:00- 3:00 बजे तक
बुधवार : K, L, M, N, O 3:00-4:00 बजे तक
गुरुवार : P, Q, R, S, T 4:00- 5:00 बजे तक
शुक्रवार : U, V, W, X, Y 5:00- 6:00 बजे तक
भिखारियों को हटाने की गयी अपील
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि मंदिर की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां भिखारियों के भीड़ इकट्ठी रहती है. वे जिद्दी होते हैं भक्तों का हाथ पकड़ लेते हैं. उन्हें मंदिर के पास जुटने नहीं देना चाहिए नहीं तो कोरोना संक्रमण फैलने का डर है. उन्हें रोकने के लिए जिलाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी पटना तथा निदेशक सामाजिक सुरक्षा कल्याण से मंदिर द्वारा अनुरोध किया जायेगा.
चर्च को भी किया जा रहा सैनिटाइज
फादर विक्टर और फ्रैंक ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सभी चर्च लंबे समय तक पहली बार बंद रहे. अब चर्च को भी खुलने का आदेश मिल गया है. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही लोग प्रेयर करेंगे. चर्च के बाहर व अंदर टेंपरेचर मशीन भी लगेंगे ,ताकि इससे संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की जा सके. यह व्यवस्था सभी जगह लागू किया जायेगा. प्रेयर के दौरान सीटें खाली रहेंगी. एक साथ पूरे परिवार को अंदर जाना मना किया जायेगा. वहीं कई चर्चों में रोटेशन के अनुसार लोगों को एंट्री मिलेगी.
Posted By : Rajat Kumar