Patna Marine Drive पटना के मरीन ड्राइव पर रविवार की शाम कई सुहागिन महिलाओं ने पटना के मरीन ड्राइव पर चांद का दीदार कर अपना कौरवा चौथ का व्रत तोड़ा. पटना में महिलायें अपने पति की लंबी आयु की कामना को लेकर करवा चौथ रखा था.
इस दिन महिलायें अपने पतियों की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं, जिसे इन लोगों ने शाम को पारंपरिक विधि के अनुसार समाप्त किया. इस दिन माता करवा और चंद्रमा की पूजा करने का विशेष प्रावधान है. इस दिन महिलायें कथा सुनकर अपना पूजा संपन्न करती हैं. इसके बाद वे चलनी से चांद को देखकर अपने पतियों के हाथों से जल पी कर अपना निर्जला व्रत को तोड़ती है.
करवा चौथ का व्रत करने वाली महिलाएं प्रातः स्नान और अन्य दैनिक कार्यों के बाद व्रत का संकल्प करती हैं. वे ईश्वर से अपने पति की दीर्घायु की प्रार्थना भी करती हैं. इसके पश्चात, वे पूरे दिन निर्जला रहकर संध्या में शुभ मुहूर्त में विधिपूर्वक पूजा करती हैं. यह मुख्य रूप से पूरे उत्तर भारत में मनाया जाता है. करवा चौथ सुहागिन करती हैं. ये अलग बात है कि बिहार में इसका चलन कम है.
क्योंकि बिहार में महिलाएं करवा चौथ की जगह तीज करती हैं. करवा चौथ करने के पीछे महिलाओं का मानना है कि यह करने से पति की आयु लंबी होती है और परिवार धन्य धान से पूर्ण होता है. यह पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, जिसमें महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. महिलाएं दिनभर उपवास रखते हुए शाम को करवा माता, भगवान गणेश की पूजा और कथा सुनकर रात को चंद्रमा के निकलने पर उनका दर्शन और पूजन करते हुए अपना व्रत खोलती हैं.
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