पटना में वर्षों से जमे एक दर्जन पुलिसकर्मी थानों से हटेंगे
पटना जिले के अलग-अलग थानों में वर्षों से कब्जा जमाये पुलिसकर्मी अब एसएसपी के रडार पर आ गये हैं. करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया गया है, जिनको थानों से हटाया जायेगा. इनमें सबसे अधिक एएसआइ व दारोगा रैंक के हैं.
पटना : पटना जिले के अलग-अलग थानों में वर्षों से कब्जा जमाये पुलिसकर्मी अब एसएसपी के रडार पर आ गये हैं. करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया गया है, जिनको थानों से हटाया जायेगा. इनमें सबसे अधिक एएसआइ व दारोगा रैंक के हैं. जानकारों की मानें, तो एक सप्ताह के भीतर ही दारोगा व एएसआइ रैंक के पुलिसकर्मी एक से दूसरी जगह बदले जायेंगे. इनकी सूची पुलिस कार्यालय की ओर से तैयार कर ली गयी है. इनमें खासकर पीरबहोर, कोतवाली, बिहटा, दानापुर, रामकृष्णा नगर, मसौढी, परसा बाजार, गांधी मैदान आदि प्रमुख थाने शामिल हैं, जहां तीन साल से अधिक समय तक बीत जाने के बाद भी पुलिसकर्मी तैनात हैं और अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
पाटलिपुत्र थाने में कार्रवाई के बाद रडार पर आये अन्य जवानएसएसपी को शिकायत मिली थी कि पाटलिपुत्र थाने में तीन पुलिस जवान तीन साल से अधिक समय से जमे हुए हैं. इनकी शिकायत मिलने के बाद एसएसपी ने लाइन हाजिर किया. लाइन हाजिर की कार्रवाई के बाद पटना जिले के सभी 72 थानों व चौकियों में कार्यरत पुलिस कर्मियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. इन थानों में अधिकांश जवान और प्रधान आरक्षक ऐसे है, जो बनायी गयी तबादले की सूची में प्रभावित नहीं हो सके हैं. यही वजह है कि एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने नयी रणनीति के तहत थानों की सर्जरी करने की योजना बनायी है. इसके लिए बाकायदा सभी थानों के कर्मचारियों की कार्य अवधि की सूची तैयार करने के निर्देश दे दिये गये हैं. आने वाले दिनों में सूची के अनुसार फेरबदल किया जायेगा. बताया जा रहा है कि इसके जिम्मेदार पुलिस लाइन के अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है.