पटना नगर निगम के वाहनों के सड़कों पर चलने के दौरान सतर्क रहना होगा. अन्यथा उस वाहन से दुर्घटना होने पर उसका ट्रेस करना भी मुश्किल होगा. नगर निगम में बिना नंबर प्लेट के ऐसे वाहनों की संख्या लगभग सौ से अधिक होगी. ऐसे सारे वाहन चार साल से अधिक पुराने हैं.
पटना शहर में घरों से कचरा कलेक्शन करनेवाले डोर टू डोर वाहन से लेकर कचरा ढोने वाले टीपर से नंबर प्लेट गायब है. शहर में कचरा प्वाइंट से लेकर रामाचक बैरिया ले जाने वाले हाइवा वाहन की भी यही स्थिति है. ऐसे वाहनों से अगर किसी तरह का हादसा हो जाए तो फिर उसकी पहचान संभव नहीं है. ट्रैफिक पुलिस से लेकर परिवहन विभाग ऐसे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. जबकि बिना नंबर प्लेट के वाहनों के चलाने पर जुर्माना का प्रावधान है.
पटना नगर निगम की कचरा ढोने वाली वाहनों में नंबर प्लेट नहीं दिख रहा है. इन वाहनों के ना आगे नंबर प्लेट है ना पीछे नंबर प्लेट है. ऐसे में इन वाहनों से कोई सड़क हादसा या कोई दुर्घटना हो जाती है तो फिर कैसे ट्रेस किया जाएगा. कौन सा वाहन था यह पहचान कर पाना मुश्किल होगा. नगर निगम में सभी वाहनों का निबंधन कराया गया है. निगम के जिन वाहनों पर नंबर प्लेट है वह भी गंदा होने के कारण साफ से नहीं दिख रहा है. इसके साथ ही गाड़ी के पीछे में बॉडी के जर्जर होने से नंबर प्लेट गायब है.
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पटना नगर निगम की अपर नगर आयुक्त (सफाई) शीला इरानी ने कहा की सभी वाहनों को चेक किया जायेगा. पुराना होने से नंबर प्लेट टूट गया होगा. ऐसे वाहनों में नंबर प्लेट लगाया जायेगा. सभी वाहनों में नंबर प्लेट अनिवार्य रूप से हो इसके लिए सभी अंचल के अधिकारियों को पहले भी निर्देश दिया गया है.