पटना में बस टर्मिनल के बाहर सवारियों को उतारना पड़ेगा भारी, केस दर्ज होने के साथ परमिट से भी धोना पड़ेगा हाथ
Patna New Bus Stand: इसको लेकर एक सप्ताह के लिए टर्मिनल के अंदर व बाहर में दो दर्जन से अधिक दंडाधिकारी व करीब 50 कांस्टेबल की तैनाती कर दी गयी है. बस के परिचालन को लेकर पहले से 120 निजी सुरक्षा गार्ड तीन शिफ्टों में तैनात किये जा चुके हैं.
पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के बाहर अगर किसी बस में यात्रियों को चढ़ाया या उतारा गया तो जुर्माना के अलावा अब प्राथमिकी भी दर्ज की जायेगी. इसके साथ ही उनके परमिट को भी रद्द कर दिया जायेगा. किसी भी बस में यात्रियों को टर्मिनल के अंदर ही चढ़ाना है या उतारना है.
इस व्यवस्था को लेकर एक सप्ताह के लिए टर्मिनल के अंदर व बाहर में दो दर्जन से अधिक दंडाधिकारी व करीब 50 कांस्टेबल की तैनाती कर दी गयी है. बस के परिचालन को लेकर पहले से 120 निजी सुरक्षा गार्ड तीन शिफ्टों में तैनात किये जा चुके हैं. इधर, बस टर्मिनल में 200 अतिरिक्त बसों की पार्किंग के लिए भी जगह बना दी गयी है.
बैरिया गोदाम या वेयर हाउस तक आ सकेगी ट्रक, आवागमन की दी गयी छूट- अब पटना-गया मार्ग में बैरिया आदि इलाकों में स्थित गोदाम व वेयरहाउस तक सामान से लदा ट्रक आ-जा सकता है. डीएम ने गोदाम तक ट्रक के आवागमन की छूट दे दी है. बताया जाता है कि जाम की स्थिति होने के कारण कुछ दिन पहले बेलदारीचक और पटना बाइपास के मसौढ़ी के बीच में ट्रकों के परिचालन पर रोक लगायी गयी थी.
इसके बाद बैरिया में बने गोदाम व वेयरहाउस के मालिकों के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से अनुरोध किया था कि ट्रकों के उनके गोदाम तक नहीं आने के कारण व्यवसाय चौपट हो गया है. इसके बाद ही डीएम ने छूट दी है. लेकिन अन्य ट्रकों के लिए प्रतिबंध अभी भी जारी रहेगा.
मसौढ़ी मोड़ से बादशाही नाले तक निर्माण कार्य को जल्द से पूरा करने का निर्देश- मसौढ़ी मोड़ से आइएसबीटी होते हुए बादशाही नाले तक सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है. लेकिन बसों के इधर-उधर लगे रहने के कारण मुश्किल हो रही थी. अब सभी बसों को टर्मिनल के अंदर करा दिया गया है. डीएम ने एक माह के अंदर सड़क निर्माण कराने का निर्देश पथ निर्माण विभाग को दिया है. इसके अलावे उन्होंने पटना मेट्रो कॉरपोरेशन को भी जल्द से जल्द कार्य करने को कहा है