सीबीआइ ने कोल ब्लॉक आवंटन घोटाला मामले में पटना समेत देशभर में 45 ठिकानों पर छापामारी की. इसमें पश्चिम बंगाल और झारखंड में सबसे ज्यादा ठिकाने शामिल हैं. बिहार में पटना समेत दो स्थानों पर छानबीन चल रही है. यह छापेमारी कोयला ब्लॉक आवंटन में हुई गड़बड़ी को लेकर की जा रही है. सीबीआइ की कोलकाता इकाई ने इस मामले में एफआइआर दर्ज करके आगे की जांच की जा रही है. पटना में इसीएल से जुड़ी जगहों पर छापेमारी की जा रही है.
कोल ब्लॉक आवंटन में जिन कंपनियों ने इसका ठेका लिया है, उनमें कुछ कंपनियों ने सरकारी राशि जमा नहीं की है या कुछ ने जितना टैक्स दिया है, उससे कहीं ज्यादा कोयला अवैध तरीके से निकाल लिया है. इसमें कई कंपनियों के साथ साझेदारी में कुछ छोटी कंपनियां भी शामिल हैं. इनकी कुछ शाखाएं पटना और अन्य शहरों में मौजूद हैं.
इनके कार्यालयों में सभी कागजातों की सघन जांच की गयी और निवेश से जुड़े तमाम बातों की भी जांच की जा रही है. फिलहाल सभी कागजातों की जांच चल रही है. इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. बिहार में मौजूद जिन कंपनियों के कार्यालयों में जांच की गयी है, उसका लिंक झारखंड और कोलकाता की दो बड़ी कंपनियों से जुड़े हुए हैं.
इस छापेमारी में मुख्य रूप से इसीएल (ईस्टर्न कोलफिल्ड लिमिटेड) और उसके साथ काम करने वाली कंपनियों के ठिकानें शामिल हैं. पटना में जिस एक ठिकाने की जांच की गयी है, उसमें इसीएल का एक कार्यालय भी शामिल है. इसके अलावा दो अन्य कंपनियों के भी शाखा कार्यालयों में कागजातों की जांच चल रही है.
Posted by: Thakur Shaktilochan