Patna News : शव की स्थिति बेहद खराब देखकर परिजनों ने यहीं अपनी संस्कृति के अनुसार अंतिम संस्कार करने का लिया निर्णय सिकंदरपुर स्थित मुक्तिधाम में वीडियोग्राफी के बाद किया गया अंतिम संस्कार, 11 जून को एसकेएमसीएच में हुई थी मौत
चाइनीज संस्कृति के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया
एसकेएमसीएच में एक माह से अधिक समय तक शव रखा होने के बाद गुरुवार को चीनी नागरिक ली जियाकी के परिजनों ने सिकंदरपुर स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया. चीन से पहुंचे उनके परिवार के सदस्यों ने एसकेएमसीएस के मुर्दाघर में जाकर शव को देखा. पाया कि शव की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. वह ले जाने लायक नहीं है. ऐसे में उन लोगों ने शव का अंतिम संस्कार यहीं करने का निर्णय लिया गया. उन्होंने अपनी संस्कृति के अनुसार ली जियाकी के मृत शरीर में नये चायनीज कपड़े पहनाए. इसके बाद झुककर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. साथ ही कुछ कागजात लेकर आये थे. मोमबत्ती से उसे जलाया. इसके बाद विद्युत शवदाह गृह में उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
परिजनों से आख़िरी बार बात नेपाल में हुई थी
शव से अस्थियां लेकर वे चीन के लिए रवाना हुए. सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि बुधवार को ही चीन से उनके परिजन यहां पहुंच गये थे. गुरुवार की सुबह एसकेएमसीएच के मॉर्चरी में जाकर शव को देखा. इसके बाद उसके यहीं अंतिम संस्कार का निर्णय लिया. यहां पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी के बाद अंतिम संस्कार किया गया. उन्होंने बताया कि परिजनों ने ली जियाकी के भारत पहुंचने का कारण नहीं बताया. कहा कि उन्हें स्वयं जानकारी नहीं थी कि ली जियाकी भारत में हैं. उन्होंने नेपाल में होने की बात कुछ दिन पहले परिजनों को बतायी थी. इसके बाद से काफी समय से वे परिजनों के संपर्क में नहीं थे.
पांच जून को बिना वीजा के पकड़ा गया था चीनी नागरिक
खुद को जख्मी करने की भी कोशिश की थी
बता दें कि चाइनीज नागरिक ली जियाकी को बीते पांच जून को ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के लक्ष्मी चौक पर संदिग्ध स्थिति में बिना वीजा के घूमते हुए गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उसको कोर्ट में प्रस्तुत करके न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था. सेंट्रल जेल में दो दिन रहने के बाद उसने जेल अस्पताल के बाथरूम में अपने चश्मे का शीशा तोड़कर खुद को जख्मी कर लिया था. हाथ व सीना पर गहरा जख्म बना लिया था. इसके साथ- साथ अपने अंडकोष को काट कर बाहर निकाल लिया था. जेल प्रशासन ने उसको बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया था. जहां उसकी हालत में सुधार हो रही थी. अचानक 10 जून की रात उसकी तबीयत बिगड़ी और 11 जून की सुबह उसकी मौत हो गयी थी. चाइनीज बंदी के शव की मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया था. उसके बिसरा व हिस्टोपैथोलॉजी जांच के लिए शरीर का कुछ अवशेष लिया गया था. उसको जांच के लिए एफएसएल भेजा गया था. वहीं ली जियाकी के शव को एसकेएमसीएच के मॉर्चरी में डी फ्रिजर में रखा गया था.