Patna News: पटना के महावीर कैंसर संस्थान में एक कैंसर मरीज की मौत हो गई. उसके बाद उसके परिवार वालों ने संस्थान के सामने पटना फुलवारी शरीफ नेशनल हाईवे 139 को जामकर हंगामा किया. करीब 1 घंटे तक सड़क पर जाम और हंगामा के चलते आवागमन बाधित हो गया. मरीज के परिजन संस्थान के इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. सड़क जाम के चलते अनीसाबाद से लेकर खगोल तक सड़क पर भारी और छोटी वाहनों की लंबी कतारें लग गई.
एक घंटे से अधिक सड़क जाम लगा रहा
वही कई स्कूल की बसे भी जाम में फंसी रही. इतना ही नहीं कई एंबुलेंस भी जाम में फंसे रहे. सुबह-सुबह दफ्तर आने-जाने वाले लोगों को भी भारी परेशानियों के सामना करना पड़ा करीब 1 घंटे से अधिक समय तक लोग जहां-तहां फंसे रहे. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने लोगों को समझा-बूझाकर किसी तरह सड़क जाम खत्म कराया. सड़क जाम समाप्त करने के दौरान स्थानीय थाना पुलिस और पब्लिक में जमकर बहस भी हुई. पुलिस लोगों को समझा रही थी कि आपके साथ जो दिक्कत हुई है, संस्थान के भीतर चलिए उसे हम खत्म करेंगे. जो भी आपकी परेशानी है उसे दूर कराया जाएगा. आपकी जो भी डिमांड है उसे पूरा करने का प्रयास करेंगे तब लोग शांत हुए.
परिजन ने लगाया आरोप संस्थान पर
मृतक की पत्नी नैना देवी ने बताया कि उनके पति राम विनय उम्र करीब 50 वर्ष को बिहिया से पटना महावीर कैंसर संस्थान में इलाज के लिए सोमवार को भर्ती कराए थे. सड़क जाम स्थल के पास मौजूद मृतक की बेटी ने बताया कि उनके पिता को बिहिया भोजपुर के डॉक्टर ने महावीर कैंसर संस्थान में जाकर कैंसर की जांच करवाने के लिए कहा था. संस्थान में जितना दवा लाने को कहा गया उतना लाकर दे दिया गया उसके बावजूद मरीज की मौत हो गई और अब मरीज के डेड बॉडी देने के लिए संस्थान का बिल चुकता करने की डिमांड की जा रही है.
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महावीर कैन्सर संस्थान ने मृतक का बिल माफ किया
वही संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एल बी सिंह ने बताया कि मरीज का कैंसर लास्ट स्टेज में था. उन्होंने बताया कि मरीज के परिजनों को संस्थान का बिल माफ कर दिया जाएगा और शव को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा अन्य भी सहायता का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महावीर कैंसर संस्थान मरीजों को हर संभव सहयोग करता है और यहां इलाज में लापरवाही का आरोप सरासर गलत है. यहां आने वाले अधिकांश मरीज कैंसर के अंतिम चरण में होते हैं. मरीज के परिजन को भले ही लगता है कि उनका मरीज देखने में अच्छा भला चंगा था तो अचानक मौत कैसे हो गई लेकिन मरीज के अंदर की स्थिति काफी गंभीर होती है. यह मरीज के परिवार के लोग नहीं समझ पाते और बेवजह हंगामा करने लगते हैं.