Patna News: बंद मकान में छापेमारी, ब्रांडेड कंपनियों की दवा व रैपर किया गया बरामद
Patna News: बिहार की राजधानी पटना स्थित बंद एक मकान में छापेमारी की. इस दौरान ब्रांडेड कंपनियों की दवा व रैपर बरामद किया गया .
Patna News:बिहार की राजधानी पटना अर्तगत फतुहा में शनिवार रात पुलिस ने एक कंपनी के अधिकारी की सूचना पर महारानी चौक के समीप गोविंदपुर इलाके से एक बंद कमरे में छापेमारी कर कई बड़ी ब्रांडेड कंपनियों की अंग्रेजी दवाएं और नकली रेफर बरामद किया है, बरामद दवा और रैपर की जांच के लिए रविवार को पटना ड्रग्स विभाग के तीन सदस्यों की टीम फतुहा थाना पहुंच जांच की. इस संबंध में पटना जिले की जिला औषधि नियंत्रक (ग्रामीण) श्वेता रानी ने बताया कि ब्रांड प्रोटेक्शन कंपनी ने पुलिस व औषधि विभाग को गुप्त सूचना दी. इसके आधार पर ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम का गठन किया गया और फिर पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर ब्रांडेड कंपनियों की संदिग्ध रैपर व दवाओं को जब्त किया गया.
पटना से पहुंची टीम, जब्त दवाओं की जांच जारी
जानकारी के अनुसार जब्ती में हिमालय वेलनेस कंपनी का लिव 52 समेत कई कंपनियों की रैपर बरामद किये गये हैं. जिला औषधि नियंत्रक (ग्रामीण) श्वेता रानी ने बताया कि ब्रांडेड कंपनियों की दवाएं व रैपर का मुख्य आरोपित कौन है इसकी जांच फतुहा पुलिस के सहयोग से की जा रही है. प्रथम दृष्टया जांच में पता चला कि एक कमरे में हिमालय लिव 52 समेत कई ब्रांडेड कंपनियों की दवा का निर्माण किया जा रहा था. वहीं फतुहा पुलिस व कंपनी के अधिकारी अंजनी कुमार व ड्रग्स इंस्पेक्टर क्लामुद्दीन अंसारी ने बताया कि जहां पर सामान जब्त किया गया है वह अनोज कुमार का मकान है.
सूचना के बाद अनोज के बंद कमरे में छापेमारी
सूचना के बाद अनोज के बंद कमरे में छापेमारी की गयी. जहां से डेढ़-200 की संख्या में विभिन्न कंपनियों की दवा भरी सीसी, क्रीम और विभिन्न कंपनियों के हजारों की संख्या में दवा का रैपर बरामद किया गया. प्रथम दृष्टता रैपर पर लगे क्यू आर कोड की जांच की गयी, जिसमें कंपनी का नाम लिखा हुआ पाया गया है. बरामद दवा की भी जांच की जायेगी की नकली है असली दावा है. जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी संस्था के अनुसार, एक व्यक्ति ने गोविंदपुर बाजार में 12 जनवरी को एक कमरा किराए पर लिया था. 31 जनवरी को इस कमरे में इतनी सारी दवाएं और संबंधित रैपर लाया था. हालांकि, कमरे में दवा निर्माण संबंधी कोई तथ्य नहीं मिले, लेकिन इतने सारे रैपर से स्पष्ट है कि कमरे से विभिन्न प्रकार की दवाओं का गोरखधंधा चल रहा था. धंधेबाज कौन था, यह स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन कमरे से एक आधार कार्ड मिला है, जिसके आधार पर कमरा लिया गया था. उसका सत्यापन कराया
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