स्वच्छता सर्वे में थ्री स्टार रैंकिंग के लिए पटना नगर निगम का रोडमैप तैयार, जानें कैसी है तैयारी?

Patna News: स्वच्छता सर्वे में इस बार थ्री स्टार रैंकिंग के लिए पटना नगर निगम अपना दावा करेगा. इसको हासिल करने के लिए उसने अपना रोडमैप तैयार कर लिया है और इस पर योजनाबद्ध ढंग से काम भी शुरू कर दिया गया है.

By Abhinandan Pandey | August 26, 2024 8:23 AM
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Patna News: स्वच्छता सर्वे में इस बार थ्री स्टार रैंकिंग के लिए पटना नगर निगम अपना दावा करेगा. इसको हासिल करने के लिए उसने अपना रोडमैप तैयार कर लिया है और इस पर योजनाबद्ध ढंग से काम भी शुरू कर दिया गया है. इस बार मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों में अंक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. पहला डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, दूसरा गीला कचरा और सूखा कचरा को अलग-अलग करना और तीसरा शिकायत दर्ज करने व उसका तेजी से निष्पादन के क्षेत्र में अंक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है.

बीते वर्ष पटना नगर निगम ने कचरा प्वाइंट को समाप्त कर सीधे घरों से कचरा संगृहीत करने की व्यवस्था विकसित की. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन को और भी मजबूत बनाने के लिए 375 नए इ-कार्ट खरीदे गए हैं. इससे हर वार्ड के लिए अब पांच-पांच अतिरिक्त कचरा गाड़ियां उपलब्ध हो गई हैं.

इससे किसी गाड़ी के खराब हाेने से किसी क्षेत्र का कचरा संग्रह अब बंद नहीं होगा, बल्कि रिजर्व में रखी गाड़ी को उस क्षेत्र में भेज कर कचरा उठा लिया जाएगा. इस बार डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था को पूरी तरह नियमित कर इस कैटेगरी में अधिकतम अंक लाने का प्रयास किया जाएगा.

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प्राथमिक स्रोत पर कचरा संग्रह में 70 फीसदी सेग्रीगेशन जरूरी

कचरा पृथकीकरण (सेग्रीगेशन) पर भी स्वच्छता सर्वे में बहुत अधिक अंक मिलता है. क्योंकि यदि कचरा उत्पन्न करने वाले स्रोत के स्तर पर ही सूखा व गीला कचरे को अलग-अलग कर दिया जाए, तो उसके निष्पादन में बहुत सुविधा होती है. गीले कचरे से खाद बना लिया जाता है, वहीं सूखे कचरे के भी प्लास्टिक धातु के अंश, टाइल्स आदि को अलग- अलग करके उन्हें निष्पादित करने में सुविधा होती है. थ्री स्टार रैंक हासिल करने के लिए प्राथमिक स्रोत के स्तर पर कचरा संग्रह में 70 फीसदी सेग्रीगेशन होना जरूरी है.

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जो गीला और सुखा कचरा अलग-अलग नहीं देंगे उन पर 500 लगेगा जुर्माना

यही वजह है कि इस बार 500 मोबलाइजर इसलिए नियुक्त किए गए हैं कि ये कचरा गाड़ी के साथ घर-घर जाकर लोगों को गीला व सूखा कचरा अलग-अलग देने का आग्रह करेंगे. साथ ही मेडिकल वेस्ट और नुकीले पदार्थों को भी अलग-अलग देने का आग्रह करेंगे. इनके साथ कचरा गाड़ी के ड्राइवर और कचरा उठाने वालों को भी विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. जो लोग गीला व और सूखा कचरा अलग अलग नहीं देंगे, उन पर दो अक्तूबर से 500 रुपये जुर्माना लगेगा.

शिकायत को दर्ज करने के लिए व्हाट्सएप चैटबोट का इस्तेमाल शुरू

कूड़ा उठाव और सफाई से संबंधित अन्य समस्याओं की शिकायत को दर्ज कराने की व्यवस्था को भी नगर निगम ने अपडेट किया है, क्योंकि इस पर भी स्वच्छता सर्वे में अंक मिलता है. मोबाइल नंबर के साथ-साथ इसके लिए वाट्सएप चैटबोट का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही समस्याओं के जल्द निष्पादन का भी प्रयास किया जा रहा है.

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