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Patna News: पटना में चार जनवरी से बच्चे उठा सकेंगे ‘बर्ड सैंक्चुरी’ का लुत्फ, CM नीतीश ने भ्रमण कर दिखाई हरी झंडी

Patna News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने पटना मुख्य सचिवालय परिसर स्थित राजधानी जलाशय का भ्रमण किया. इसे स्कूली बच्चों के लिए बनाया गया है. चार जनवरी के बाद बच्चों का भ्रमण शुरू होगा. यहां 20-20 के ग्रुप में गाइड के साथ स्कूली बच्चों को लाकर भ्रमण कराया जायेगा. राजधानी जलाशय के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री को राजधानी जलाशय के क्षेत्र में पाये जाने वाले वनस्पतियों और पक्षियों ('बर्ड सैंक्चुरी' ) के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2020 6:29 PM

Patna News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना मुख्य सचिवालय परिसर स्थित राजधानी जलाशय का भ्रमण किया. इसे स्कूली बच्चों के लिए बनाया गया है. चार जनवरी के बाद बच्चों का भ्रमण शुरू होगा. यहां 20-20 के ग्रुप में गाइड के साथ स्कूली बच्चों को लाकर भ्रमण कराया जायेगा. राजधानी जलाशय के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री को राजधानी जलाशय के क्षेत्र में पाये जाने वाले वनस्पतियों और पक्षियों (‘बर्ड सैंक्चुरी’ ) के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी.

उन्हें बताया गया कि यहां 36 प्रकार के पक्षियों की प्रजाति देखे गये हैं, जिसमें कुछ प्रजाति प्रवासी पक्षियों की श्रेणी में आते हैं. यहां देखे गये प्रजातियों में लगभग 17 जलीय तथा लगभग 19 आस-पास क्षेत्र के स्थलीय पक्षियों की श्रेणी में में आते हैं. मुख्य जलीय पक्षी प्रजातियों में लालसर, कुट, पिनटेल, गड़वाल, कांब डक एवं स्थलीय में ट्रीपाई, कोयल, धनेश, रौलर इत्यादि पायी जाती हैं.

प्रवासी प्रजाति पक्षियों में लेसर व्हीसलिंग डक, फेरोजीनस डक, कॉरमोरंट, मूरहेन, गडवाल आदि प्रमुख हैं. यहां पक्षियों के अधिक से अधिक जमावड़े के लिए अन्य सुविधाओं के साथ-साथ भोजन रूप में मछली, कीड़े, जलीय पौधे, गीली घास एवं अन्य चीजें उपलब्ध करायी गयी है. शहर की घनी आबादी के बीच यह नैसर्गिक स्थल बन गया है. पर्यावरण की दृष्टिकोण से इस जलाशय को विकसित किया गया है, जो काफी सुंदर दिख रहा है.

पक्षियों का कलरव बहुत ही अच्छा लग रहा है. चार जनवरी के बाद से 20 की टोली में स्कूली बच्चों को कराया जायेगा भ्रमण. इश दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जायेगा कि पक्षियों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो. उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को प्रकृति से जुड़ने का अहसास होना चाहिए. बच्चे यहां पर आकर प्रकृति से जुड़ी हुयी सारी चीजों को देखेंगे, जिसका उनपर व्यापक असर होगा. उनकी रुचि प्राकृतिक, जैव विविधता और पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता को लेकर बढ़ेगी.

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Posted By: Utpal kant

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