पटना के पार्कों में बने तालाबों की छठ से पहले एक और बार होगी सफाई, लाइट व गुब्बारों से सजाया जायेगा तालाब
पार्क प्रशासन ने बताया कि छठ पर्व से पहले एक बार और तालाब की सफाई की जायेगी. इसके बाद तालाब में पानी भरने के बाद उसमें गंगा जल मिलाया जायेगा. इस बार शहर के 28 पार्कों में छठ व्रतियों के लिये अर्घ्य देने की व्यवस्था की जायेगी.
चार दिवसीय छठ पर्व को लेकर शहर के पार्कों में साफ-सफाई व मेंटेनेंस का कार्य शुरू कर दिया गया है. शहर के 28 पार्कों में छठ पर्व पर व्रतियों के लिये अर्घ्य देने की व्यवस्था की गयी है. कंकड़बाग इलाके के विभिन्न पार्कों में रविवार को भी तालाब की नियमित सफाई की गयी है. तालाब को साफ कर उसमें फिलहाल पानी नहीं भरा गया है. पार्क प्रशासन कि ओर से तालाबों की नियमित सफाई करने के साथ ही बढ़े हुए घांस की भी कटाई की जा रही है.
तालाब की सफाई की जायेगी
पार्क प्रशासन ने बताया कि छठ पर्व से पहले एक बार और तालाब की सफाई की जायेगी. इसके बाद तालाब में पानी भरने के बाद उसमें गंगा जल मिलाया जायेगा. इस बार शहर के 28 पार्कों में छठ व्रतियों के लिये अर्घ्य देने की व्यवस्था की जायेगी. पार्कों में बने स्थायी तालाबों में हजारों की संख्या में इलाके के लोग अर्घ्य देने के लिये जुटते हैं. लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए पार्क प्रशासन के साथ ही स्थानीय कमेटी भी पार्कों में जगह-जगह ब्लीचिंग पाउडर और चूना का छिड़काव करना शुरू कर दिया है. पार्क प्रशासन के अलावा नगर निगम की ओर से भी विभिन्न पार्कों में लाइटिंग की व्यवस्था की जायेगी. इसके साथ ही स्थानीय कमेटी की ओर से भी पार्कों में लाइटिंग और तालाब की गुब्बारों से सजावट की जायेगी.
इन पार्कों में हजारों की संख्या में जुटेंगे छठव्रति
ग्रीन पार्क- यहां 40 फीट लंबा और 30 फीट चौड़ा स्थायी तालाब है. तालाब की दो बार सफाई की गयी है. फिलहाल तालाब में पानी नहीं भरा गया है. पहले अर्घ्स से एक दिन पहले तालाब की दोबारा सफाई की जायेगी. यहां हर साल छठ पर्व पर तीन से पांच हजार लोग जुटते हैं. पार्क में बने स्थायी तालाब की नियमित रूप से सफाई की जा रही है. पार्क प्रशासन ने बताया कि बच्चे खेलते हुए तालाब में उतर जाते हैं इसलिए छठ पर्व से पहले भी तालाब की सफाई कर अर्घ्य से एक दिन पहले उसमें गंगा जल मिलाया जायेगा.
बी-हाउसिंग पार्क- यहां बने तालाब की सफाई दो दिन पहले की गयी है. 30 फीट लंबे और 20 फीट चौड़े तालाब में चूना और ब्लिचिंग पाउडर से सफाई की गयी है. पार्क प्रशासन ने बताया कि पर्व से पहले एक बार और तालाब की सफाई की जायेगी. यहां छठ पर प्रत्येक वर्ष चार से छह हजार स्थानीय लोग जुटते हैं. तालाब के अलावा पार्कों में बढ़े घांस की कटाई भी की गयी है. लोगों की सुविधा के लिये स्थानीय कमेटी की ओर से तालाब को गुब्बारों से सजाया जायेगा.
जे-सेक्टर पार्क- पार्क प्रशासन की ओर से यहां बने तालाब की सफाई रविवार की सुबह भी किया गया है. तालाब की नियमित सफाई के अलावा पर्व से पहले एक बार और सफाई किया जायेगा. यहां छठ पर्व पर दो से तीन हजार स्थानीय लोग छठ पर्व के लिये जुटते हैं. पार्क में स्थायी कमेटी की ओर से लाइटिंग और सजावट की भी व्यवस्था की जाती है.
जी-22 पार्क- इस पार्क में करीब पांच हजार लोग छठ पर्व के लिये जुटते हैं. यहां बने 30 फीट लंबे और 20 फीट चौड़े तालाब की साफाई रविवार की शाम की गयी है. सफाई के बाद तालाब में पानी नहीं भरा गया है. पार्क के कर्मी ने बताया कि तालाब की दो बार और सफाई की जायेगी उसके बाद इसमें पानी भरा जायेगा. इस पार्क में स्थानीय लोगों द्वारा तालाब की सजावट की जायेगी.