अब पटना में पार्किंग ढूढने के लिए नहीं करनी पड़ेगी मशक्कत, मल्टीलेवल ट्विन पार्किंग जल्द बनकर होगी तैयार…
Patna Parking News: बिहार की राजधानी पटना में 26 करोड़ की लागत से मौर्यालोक परिसर और उसके समीप बनने वाले मल्टीलेवल ट्विन पार्किंग जल्द बनकर तैयार होगी. इसकी कुल क्षमता 156 वाहनों को खड़ी करने की होगी.
Patna Parking News: बिहार की राजधानी पटना में 26 करोड़ की लागत से मौर्यालोक परिसर और उसके समीप बनने वाले मल्टीलेवल ट्विन पार्किंग जल्द बनकर तैयार होगी. इसकी कुल क्षमता 156 वाहनों को खड़ी करने की होगी. इसमें ए ब्लाॅक में 96 और बी ब्लॉक में 60 गाड़ियां लगाईं जा सकेंगी. इसका पाइलिंग वर्क लगभग पूरा हो चुका है और अगले नौ महीने में इसका निर्माण भी पूरा हो जाएगा.
पटना में हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म की सुविधा से युक्त यह पहली पार्किंग है. यह पांच मंजिला होगी, जिसमें कार या किसी भी वाहन को निचले तल्ले पर लगे प्लेटफाॅर्म पर लगाने के बाद हाइड्रोलिक प्रेशर से गाड़ियों को ऊपरी मंजिलों पर पहुंचा देगा जहां उसे पार्क किया जाएगा. फिर हाइड्रोलिक प्लेटफाॅर्म की सहायता से ही उसे नीचे भी उतारा जाएगा, जहां से वाहन मालिक उसे निकाल कर बाहर ले जाएंगे.
पार्किंग दो ब्लॉक में होगी तैयार
पार्किंग का निर्माण दो ब्लॉक के रूप में होगा. इसमें मौर्यालोक परिसर में ब्लॉक ए और बाहर मजार के समीप ब्लॉक बी होगा. जिसे फ्लाइओवर के माध्यम से एक दूसरे से कनेक्ट भी किया जाएगा. ट्विन मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण से मौर्यालोक व बुद्ध मार्ग में आने वाले वाहनों को पार्किंग की समस्या से निजात मिलेगी.
विशेषकर मौर्यालोक में पार्किंग के लिए सीमित जगह होने और यहां आने वाले चारपहिया वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण आने जाने वाले वाहन सवारों को पूरे दिन पार्किंग के लिए जगह ढूंढने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है.
ये भी पढ़ें: पटना में बिना रजिस्ट्रेशन के मिले 26 हजार फ्लैट, सर्वे के बाद अब जानिए क्या है कार्रवाई की तैयारी…
शाम में शॉपिंग करनेवालों के लिए बढ़ती है समस्या
शाम में शॉपिंग करने और फास्ट फूड का आनंद लेने आने वालों की संख्या बढ़ने के कारण यह समस्या और भी बढ़ जाती है और वाहन लगाने के लिए कई बार जगह भी नहीं मिलती है. लेकिन नए पार्किंग में वाहनों को खड़ी करने की क्षमता होने पर बहुत हद तक समस्या समाप्त हो जाएगी.
साइकोसिस और मेनिया की शिकार होकर बर्बाद हो रही हैं दुष्कर्म पीड़िताएं