Diwali 2022 : पटना के बाजारों में लोगों को पसंद आ रहे जादुई दिए, खुशबूदार कैंडल भी बढ़ाएंगे घर की शोभा
इस बार बाजार में रंग-बिरंगे सुंदर दीयों के कई सेट्स गिफ्ट पैक हर बजट में उपलब्ध हैं. विशेष तौर पर टेराकोटा के बने जादुई दीये आये हैं, जो सात-आठ घंटे तक लगातार जल सकते हैं. इसके अलावा मोम के सुंदर दीये, इलेक्ट्रानिक दीये, बैटरी से घूमने वाले दीये आदि बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं
रविवार को बाजार में धनतेरस पर जमकर हुई खरीदारी के बाद छोटी दीपावली को भी बाजार में रौनक देखने लायक है. सुबह से ही सड़क किनारे मिट्टी के दीये, मूर्ति, मिठाइ, लावा-फरही आदि की दुकानें सज गयी थी. बाजार में ग्राहक सुबह ही इन चीजों की खरीदारी कर रहे थे. हालांकि कई लोग आज भी धनतेरस मना रहे है. दो दिनों के धनतेरस ने ग्राहकों को दोगुना खुशी और व्यापारियों की दो गुना मौका दिया है. कुछ साल पहले तो दीपावली पर पारंपरिक मिट्टी के दीये ही लगाये जाते थे, लेकिन अब बदलते समय के साथ फैशनेबल दीयों का चलन आ गया हैं.
हर बजट में उपलब्ध हैं गिफ्ट पैक्स
इस बार बाजार में रंग-बिरंगे सुंदर दीयों के कई सेट्स गिफ्ट पैक हर बजट में उपलब्ध हैं. विशेष तौर पर टेराकोटा के बने जादुई दीये आये हैं, जो सात-आठ घंटे तक लगातार जल सकते हैं. इसके अलावा मोम के सुंदर दीये, इलेक्ट्रानिक दीये, बैटरी से घूमने वाले दीये आदि बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं. ये दीये 5 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के दाम में उपलब्ध हैं. बेली रोड में डिजाइनिंग दिये मिट्टी के झालर सजावटी सामान गणेश मूर्ति की प्रतिमा, झालर की अस्थायी दुकानें लगी हैं. इसके अलावा लोग कदमकुआं, बोरिंग रोड, ठाकुरबाड़ी रोड, बोरिंग कैनाल रोड, राजा बाजार, जगदेवपथ, कंकड़बाग इलाके खरीदारी कर रहे हैं.
स्वदेशी उत्पादों को मिल रही प्राथमिकता
दीपों के पर्व दीपावली में लोग इस बार स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी को प्राथमिकता दे रहे हैं. मिट्टी के दीये जमकर खरीदारी रहे हैं. मिट्टी के दीये तरह-तरह के डिजाइनिंग किये हुए बाजार में उपलब्ध है.
लक्ष्मी -गणेश की मूर्ति 50 रुपये से लेकर दस हजार रुपये तक में उपलब्ध
लक्ष्मी -गणेश की मूर्ति 50 रुपये जोड़े से लेकर दस हजार रुपये तक में उपलब्ध है. मिट्टी की मूर्ति के साथ प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्ति लोग अपने बजट के अनुसार खरीद रहे हैं. इसके अलावा टेराकोटा की भी मूर्ति मौजूद है. प्रतिमाओं के साथ अन्य देवी-देवताओं की भी प्रतिमा लोग खरीद रहे हैं. साथ ही घरों को सजाने के लिए अलग- अलग कैरेटर के मूर्तियां भी लोगों को आकर्षित कर रहा है.
खुशबू बिखेरने वाली विभिन्न आकार की मोमबत्तियां भी
खुशबू बिखेरने वाली विभिन्न आकार की मोमबत्तियां भी हैं. चूड़ी मार्केट के कारोबारी अभिषेक कुमार ने बताया कि मोमबत्ती, चाइनीज कैंडल, शुभ दीपावली बैनर, फ्लोटिंग कैंडल, सेंटेड कैंडल, लक्ष्मी जी के चरण, दीवारों और छतों की लटकन आदि से बाजार सजे हैं. इस बार हर आइटम पर 20 से 25 फीसदी का रेट बढ़ गया है. देवी लक्ष्मी को रंगोली भी प्रिय है. मार्केट में रंगोली का रेडीमेड विकल्प मौजूद हैं. इसमें समय भी नहीं लगेगा और झट से रंगोली तैयार. रेडीमेड रंगोली के सामान खूब बिक रहे हैं. अब कैंडल्स का रूप बदल चुका है. बदले हुए रूप में फ्लोटिंग कैंडल्स की अच्छी मांग है. ये अलग-अलग डिजाइन और शेप में 20 से लेकर 200 रुपये की रेंज में उपलब्ध हैं. सेंटर टेबल पर या फिर घर में कहीं भी बड़े कटोरे में फ्लोटिंग कैंडल जला सकते हैं. ये पानी में तैरते नजर आयेंगे और घर की सुंदरता को बढ़ायेंगे. सुंदरता बढ़ाने के लिए कटोरे में गुलाब व कमल की पंखुड़िया डाल सकते हैं.
चीनी वाला घोड़ा-हाथी दीपावली की खास पहचान
बाजार में मिल रही तरह-तरह की मिठाइयों की जहां जमकर खरीदारी हो रही है. वहीं लोग परंपरा के नाम पर ही सही चीनी से बने हाथी- घोड़े की आकृति वाली मिठाइ लेना नहीं भूल रहे. 120 रुपये प्रति किलो मिल रहे हाथी-घोड़े को कम मात्रा में ही सही पर शुभ होने के नाम पर लोग जरूर खरीद रहे हैं. चीनी से बनी विशेष मिठाइ हाथी-घोड़ा की दीपावली में खास पहचान है. यूं कह सकते हैं कि इसके बिना दीपावली का पर्व अधूरा है. यही वह मिठाई होती है जिसे लावा-फरही के साथ माता लक्ष्मी का भोग लगता है और प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है.
फरही-लावा का लगता है मां लक्ष्मी का भोग
दीपावली पूजन में अन्य चीजों में सबसे अधिक महत्ता फरही -लावा का होता है. यहीं कारण है कि हर-चौक चौराहे,गली- मुहल्ले में फरही- लावा की अस्थायी दुकानें लगती है. इस साल फरही की कीमत 60 रुपये प्रति किलो और लावा की कीमत 110 रुपये प्रति किलो है. लावा की कीमत अधिक होने के कारण लोग परंपरा का निर्वाह करने को लेकर सौ ग्राम या 250 ग्राम ही खरीदते हैं.
लोकल मिठाई के साथ ब्रांडेड मिठाई की मांग
दीवापली बिना मिठाई कैसे पूरी होगी. ऐसे में रविवार को ग्राहकों की बड़ी भीड़ मिठाई दुकानों में देखने के लिए मिली. कई लोग अपने दोस्त और सगे- संबंधी को गिफ्ट में देने के लिए मिठाई और ड्राइ फ्रुट्स के पैकेट लेते दिखे. वहीं कई लोग मिलावट से बचने के लिए ब्रांडों के पैक मिठाई की खरीदारी करते दिखे.
ड्राइ फ्रूट्स के दामों में 5 फीसदी का इजाफा
राजधानी में दिवाली पर अब मिठाई के साथ ड्राइ फ्रूट्स का उपहार देना एक परंपरा बन गयी है. लेकिन इस बार त्योहारी सीजन में अपने दोस्तों -रिश्तेदारों को ड्राइ फ्रूट्स का उपहार देना आपकी जेब खासा असर नहीं पड़ेगा. हर सामान की तरह महंगाई की मार से ड्राइ फूट्स अब अछूते हैं. पिछले साल दिवाली से तुलना की जाये, तो बार ड्राइ फ्रूट्स के दामों में महज 5 फीसदी ही इजाफा हुआ है. ड्राइ फ्रूट्स में सबसे ज्यादा मांग काजू, किशमिश, अखरोट, नमकीन पिस्ता और बादाम की रहती है.
ड्राइ फ्रूट्स का गिफ्ट देने का चलन बढ़ा है
कारोबारियों ने बताया कि पटना में पिछले पांच- छह सालों से दिवाली के मौके पर मिठाई के साथ ड्राइ फ्रूट्स का गिफ्ट देने का चलन बढ़ा है. इसके कारण दिवाली के मौके पर एक अनुमान के अनुसार लगभग दो सौ करोड़ रुपये का कारोबार होता है. इसके लिए एक महा पहले से तैयारी शुरू हो जाती है. 250 रुपये से लेकर पांच से छह हजार की पैकिंग में भी सामान उपलब्ध है. यहां के बाजार में सामान की गुणवत्ता पर लोग भरोसा करते हैं. इस बार 1000 से 1500 रुपये की पैकिंग में उपलब्ध ड्राइ फ्रूट्स की खासी मांग है.
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दीपावली के मौके पर सबसे अधिक मांग लड्डू की है जो बाजार में दो रुपये से लेकर 800 रुपये रेंज में उपलब्ध है. काजू बर्फी की मांग पहले की तरह बनी हुई है.
एक नजर में कीमत
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सोन पापड़ी शुद्ध घी : 600 @ एक किलो
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ब्रांडेड सोन पापड़ी : 150 @ 500 ग्राम
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सोन पापड़ी पतीसा : 140 @ 500 ग्राम
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सोन पापड़ी : 60 से 75 @ 200 ग्राम
मिठाई की कीमत रुपये में प्रति किलो
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काजू बर्फी : 1000 से 1400
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काजू गुलाब : 1200 से 1400
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काजू रोल पिस्ता : 1600 से 1800
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काजू पिस्ता गुजिया : 1200 से 1400
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गुड़ गोंद लड्डू : 600 से 800
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गुड़ बेसन लड्डू : 600 से 700
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बेसन लड्डू : 500 से 700
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रस कदम : 500 से 700
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ड्राइ फ्रूट्स लड्डू : 600 से 800
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मोतीचूर लड्डू : 500 से 700
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डोडा बर्फी : 400 से 600
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स्पेशल केसर लड्डू : 600 से 800
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आंवला लड्डू : 600 से 700