पटना में लोगों ने आठ माह में जमीन व फ्लैट में किये 7983 करोड़ निवेश, 19 हजार अधिक हुई खरीद-बिक्री
जानकारों की माने तो जमीन-फ्लैट की रजिस्ट्री में लगातार वृद्धि हो रही है. इससे इस वित्तीय वर्ष में लगभग पांच सौ करोड़ राजस्व अधिक आने का अनुमान है. पटना जिले का इस साल का राजस्व लक्ष्य लगभग 1500 करोड़ है. इसके विपरीत अभी तक 798 करोड़ राजस्व मिला है.
प्रमोद झा,पटना: इस वर्ष के अंत तक पटना जिले में लोगों ने जम कर जमीन और फ्लैटों की खरीद बिक्री की है. इस वर्ष अप्रैल से लेकर नवंबर माह तक लोगों ने संपत्ति में करीब 7983 करोड़ के निवेश किये हैं. इससे सरकार को लगभग 798 करोड़ के लगभग राजस्व की प्राप्ति हुई है. पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष के नवंबर माह तक 19,408 रजिस्ट्री अधिक हुई है, जबकि अभी चार माह बाकी है.
दो प्रतिशत स्टांप ड्यूटी बढ़ने से भी राजस्व बढ़ा
वर्ष 2021-22 में नवंबर माह तक 56,403 रजिस्ट्री हुई थी. पिछले साल 2931 फ्लैट की बिक्री हुई थी. इस साल नवंबर माह तक 2220 फ्लैट की बिक्री हुई है. चालू वित्तीय वर्ष में अब तक हुई 75 हजार 811 रजिस्ट्री से 798 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है. राजस्व बढ़ोतरी को लेकर अधिकारियों का तर्क है कि नगर निकाय बनने से खरीद-बिक्री अधिक हुई है. दो प्रतिशत स्टांप ड्यूटी बढ़ने से भी राजस्व बढ़ा है. इसके अलावा तीन नयी जगहों फतुहा, संपतचक व बिहटा में रजिस्ट्र कार्यालय खुलने से सुविधाएं बढ़ी है.
सुविधा बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्र में भी जमीन की हो रही खरीदारी
राजधानी पटना से सटे दानापुर, बिहटा, संपतचक, फतुहा, फुलवारीशरीफ में अधिक खरीद-बिक्री हो रही है. पिछले साल की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष के आठ माह में पटना सदर में 3610, दानापुर में 2317, विक्रम में 2640, फुलवारी में 2277, मसौढ़ी में 2087, बाढ़ में 1773, पटना सिटी में 1233 रजिस्ट्री अधिक हुआ है. नये निबंधन कार्यालय खुलने से बिहटा में 1568,संपतचक में 640 व फतुहा में 1263 रजिस्ट्री हुई है. बिहटा में हो रहे नये बस स्टैंड व एयरपोर्ट का निर्माण, हर इलाके में सड़कों का विस्तार होने से लोग रहने के लिए उन इलाके की ओर बढ़ रहे हैं.
पांच सौ करोड़ राजस्व बढ़ने का अनुमान
जानकारों की माने तो जमीन-फ्लैट की रजिस्ट्री में लगातार वृद्धि हो रही है. इससे इस वित्तीय वर्ष में लगभग पांच सौ करोड़ राजस्व अधिक आने का अनुमान है. पटना जिले का इस साल का राजस्व लक्ष्य लगभग 1500 करोड़ है. इसके विपरीत अभी तक 798 करोड़ राजस्व मिला है. पिछले वित्तीय वर्ष में 1051 करोड़ राजस्व मिला था.
क्या कहते हैं अधिकारी
पटना के जिला अवर निबंधक धनंजय कुमार राव ने बताया कि निबंधन कार्यालय में सुविधा बढ़ने से लोगों को परेशानी नहीं हो रही है. सभी कागजात सही रहने पर एक दिन में सारा काम निष्पादित हो रहा है. शहरी इलाके का विस्तार होने से जमीन की खरीद में लोग दिलचस्पी ले रहे हैं.
कहां कितने हुए निवेश
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पटना सदर- 3200 करोड़
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पटना सिटी – 870 करोड़
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दानापुर – 1580 करोड़
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बाढ़ – 240 करोड़ बिक्रम – 510 करोड़
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मसौढ़ी – 310 करोड़
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फुलवारी – 1080