पटना पुलिस ने ठग गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह एक परिवार के ही सदस्य मिलकर चलाते हैं. सोने जैसा दिखने वाला गणेश जी का लॉकेट दिखाकर ये गिरोह लोगों को ठगी का शिकार बनाता था. विभिन्न राज्यों में घूम-घूमकर ये ठग घटना को अंजाम देते थे. पुलिस को इस बात की जानकारी मिली तो कार्रवाई की गयी और ससुर-दामाद को गिरफ्तार किया है. इनके पास से भारी मात्रा में ये लॉकेट बरामद किए गए हैं. घर की महिलाएं भी इस गिरोह में मिलकर ठगी का काम करती हैं.
पटना पुलिस ने ठग गिरोह का खुलासा किया
पटना पुलिस ने एक ठग गिरोह का खुलासा किया है. प्रेस कांफ्रेंस करते हुए एएसपी सदर स्वीटी शहरावत ने बताया कि सोमवार को पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि पोस्टल पार्क में एक कपड़ा दुकानदार को ठग गिरोह के सदस्यों ने गणेश जी जैसा लॉकेट दिखाकर ठग लिया है. इस सूचना पर जब कंकड़बाग थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो इस गिरोह के दो सदस्य भागने लगे. जिन्हें पुलिस ने पकड़ लिया.
गणेश जी का लॉकेट बेचकर करता था ठगी
पुलिस ने बताया कि पकड़ाये दोनों ठग के पास एक थैले में गणेश जी के कई लॉकेट मिले. कुल 5.1 किलो वजन इन लॉकेट के हैं. जबकि एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया. पकड़ाए हुए ठगों ने पुलिस को बताया कि ये लोग दिल्ली के आजाद नगर मार्केट से 10 हजार रुपए में ये लॉकेट खरीदे थे. विभिन्न राज्यों में घूम-घूमकर ये लोगों को झांसे में फंसाकर ठगी करते हैं.
हरियाणा निवासी ससुर, लखनऊ का दामाद गिरफ्तार
पटना पुलिस ने इन दो ठगों की निशानदेही पर गिराहे के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी की. लेकिन सभी लोग अपने किराये का मकान खाली करके भाग गए थे. गिरफ्तार ठग की पहचान हरियाणा के फरीदाबाद जिला अंतर्गत आदर्शनगर निवासी स्व. गंगा राम के पुत्र गणेश राठौर(55 वर्ष) और उसके दामाद लखनऊ के सरोजनी नगर अंतर्गत बदाली खैरा में मानव जागृति स्कूल के पास रहने वाले वीरचंद गुजराती के पुत्र मान सिंह उर्फ बंटी के रूप में की गयी है.
पत्नी-बेटी की तलाश में पुलिस
गणेश राठौर की पत्नी और उसकी बेटी भी इस गिरोह की सदस्य है और पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. पुलिस को गिरफ्तार ठगों ने बताया कि ये लखनऊ और सहारनपुर में कारोबारियों को ठग चुके थे और पहली बार पटना में शिकार ढूंढने आए थे. इन ठगों ने पुलिस को बताया कि ये कारोबारियों को ये झांसा देते हैं कि ये चोरी का माल है और सस्ते में बेचने की बात कहकर उनसे रूपए ऐंठ लेते हैं.