पटना: पटना यूनिवर्सिटी में वोटिंग खत्म होने के ठीक पहले पथराव और पांच-छह राउंड फायरिंग हुई है. इस घटना में कई पत्रकार और छात्र घायल हो गए. मतदान के दौरान जो कुछ भी हुआ, उसे देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सब कुछ प्री प्लान्ड है. जैसे-जैसे मतदान की समय-सीमा समाप्त हो रही थी. छात्र हॉस्टल और उसके पास जुटने लगे थे. इन सब के बीच गोलीबारी की घटना को लेकर पटना पुलिस का एक बयान समाने आया है. जो बेहद दिलचस्प है.
छात्र संघ चुनाव के दौरान हुई गोलीबारी की घटना को लेकर जब पत्रकारों ने पटना पुलिस के वरीय अधिकारी से सवाल पूछा तो, उन्होंने गोलीबारी की घटना से साफ इनकार कर दिया. पुलिस ने कहा कि चुनाव के दौरान छिटपुट घटनाएं जरूर हुई है. लेकिन फायरिंग नहीं हुई है. जब पत्रकारों ने आंखों के सामने पथराव और गोलीबारी की बात कही, तो पुलिस ने बताया कि वह गोली थोड़े ही था, पटाखा जलाया गया था. इसी को लोग गोली समझ रहे थे.
वहीं, गोलीबारी की घटना को लेकर पटना टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि गोली चली है. यह घटना यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर हुई है. अशोक राजपथ पर असमाजिक तत्वों की ओर से गोलियां चलाई गयी है. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. पटना टाउन डीएसपी से जब यह पूछा गया कि छात्र संघ चुनाव को लेकर भारी सुरक्षा के बीच फायरिंग कैसे हुई तो उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों का कोई भरोसा नहीं होता. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों ने अशोक राजपथ पर हवा में ये फायरिंग की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, मतगणना स्थल के पास एक तैनात एक पुलिस अधिकारी ने तो गोलीबारी की घटना से ही इनकार कर दिया. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या पटना पुलिस के बीच तालमेल है भी या नहीं. पुलिस के अधिकारियों के अलग-अलग बयान से ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. बता दें कि इससे पहले सुबह 8 बजे से पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव को लेकर वोटिंग हुई. दोपहर दो बजे वोटिंग प्रक्रिया संपन्न हो गयी. अभी आर्ट्स कॉलेज में मतों की गिनती जारी है. देर रात तक नतीजे सामने आएंगे.