Sahara India: पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर सहारा इंडिया कंपनी के खिलाफ जमाकर्ताओं ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. जमा कर्ताओं ने बताया कि सहारा इंडिया कंपनी में खून-पसीने की कमाई जमा कराई थी. लेकिन 6 साल से कंपनी द्वारा पूंजी वापस नहीं की जा रही है. बोरिंग रोड चौराहे पर किये जा रहे इस विरोध-प्रदर्शन के चलते इनकम टैक्स, डाक बंगला चौराहा और राजा पुल की ओर जाने वाले सड़क मार्ग पर भीषण जाम लग गया. जाम के वजह से छात्र-छात्रा व आम जन काफी परेशान नजर आए.
विरोध-प्रर्दशन कर रहे जमा कर्ताओं ने बताया कि सहारा की ठगी से कई कार्यकर्ता व जमाकर्ता आत्महत्या करने के मुहाने पर खड़े हैं. लोगों ने कहा कि कोर्ट के आदेश पर भी प्रशासन किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रही है. पुलिस प्रशासन को तत्काल लोगों की फरियाद पर सहारा के मालिक सहित जवाबदार डायरेक्टरों पर मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तारी करते हुए उनकी अवैध संपत्ति को कुर्क करना चाहिए.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सहारा कंपनी से एक-एक पैसा वापस आने तक शासन और प्रशासन के खिलाफ अंतिम दिन तक लड़ाई लड़ा जाएगा. विरोध-प्रदर्शन कर रही एक महिला जमाकर्ता ने बताया कि 80 हजार रुपये का फिक्स डिपॉजिट दस साल के करवाया था. अब दस साल से अधिक का समय बीच चुका है. सहारा के तरह से अब भुगतान नहीं किया जा रहा है. वह कंपनी के चक्कर काटकर थक चुके हैं. वहीं, एक अन्य महिला ने बताया कि बेटी की शादी में कर्ज लिया है. अगर उनकी केवल जमा पूंजी ही कंपनी वापस लौटा देती तो, वे समय से कर्ज चुका देती.
मौके पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सहारा सुब्रत रॉय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लोगों के हाथों में सुब्रत राय चोर हैं के तख्तियां थे. लोगों ने डुगडुगी और ढोल, मंदिरा बजाकर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान मौके पर काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. हालांकि सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही. लेकिन यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने में पुलिस पूरी तरह से विफल रही.
वहीं, इस मामले को लेकर सहारा इंडिया के एक कर्मचारी ने बताया कि दस साल पहले लोगों ने पैसे को जमा करवाया था. 2021 में राशि का भुगतान किया जाना था. लेकिन कोर्ट में मामला चलने के चलते समय पर भुगतान नहीं किया जा सका. कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि 2022 के अंत और 2023 के शुरुआती माह में कंपनी में पैसे जमा कराने वाले सभी लाभुकों को राशि का भुगतान कर दिया जाएगा.