पटना एसटीएफ (SOG -03) की टीम ने बेगूसराय पुलिस के साथ मिलकर बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई की. एसटीएफ की टीम ने बेगूसराय और लखीसराय में छापेमारी कर तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. छापेमारी में गिरफ्तार लोगों में से एक हथियार तस्कर भी है, जिसके पास से एसटीए ने कार्बाइन और राइफल भी जब्त किया है. गिरफ्तार अपराधियों की लंबे वक्त से पुलिस को तलाश थी. लखीसराय से गिरफ्तार अपराधी भी बेगूसराय का रहने वाला है.
एसटीएफ द्वारा बेगूसराय से गिरफ्तार किया गया अजय कुमार सिंह उर्फ गोरेलाल सिंह एक कुख्यात अपराधी है और ये 2001 में श्रवण कुमार की हत्या के आरोप में फरार चल रहा था. वहीं कुख्यात आर्म्स तस्कर कन्हैया कुमार बेगूसराय के मटिहानी जिला का है. वो भी लंबे वक्त से फरार चल रहा था. इसके पास से पुलिस को कई हथियार बरामद हुआ है.
बुधवार को प्रेसवार्ता में एसपी योगेंद्र कुमार ने इस बात की जानकारी दी. एसपी ने बताया कि सात जनवरी को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कावेरी पेट्रोल पंप, एघु के समीप कुख्यात अपराधी प्रिंस कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इसके लिए सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.
सूचना के आधार पर मटिहानी थानाध्यक्ष विवेक भारती एवं बिहार एसटीएफ की टीम ने कुख्यात अजय कुमार उर्फ दुर्योधन को देसी राइफल एवं कारतूस के साथ लखीसराय जिले से गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि दुर्योधन ने स्वीकार किया है सुपारी किलिंग के साथ हथियार का तस्करी भी करता था.
सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में मटिहानी थाना क्षेत्र के रामदीरी लोकवा टोला से मटिहानी थानाध्यक्ष एवं बिहार एसटीएफ की टीम ने लोकवा टोला निवासी कन्हैया कुमार एवं लाखो सहायक थाना क्षेत्र के इनियार निवासी अजय कुमार उर्फ गोरेलाल को एक कारबाइन, एक पिस्तौल, छह गोलियां एवं एक मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस की गिरफ्त में आया अजय कुमार सिंह उर्फ गोरे लाल सिंह 21 साल 7 महीने से फरार चल रहा था. वह काफी वक्त से पुलिस को चकमा दे रहा था. गोरे लाल सिंह पर 2001 में बलिया थाना इलाके में श्रवण कुमार की हत्या का आरोप है. हत्या की इस वारदात को अंजाम देने के बाद से अजय कुमार सिंह फरार चल रहा था.