पटना में अजब चोरी, मकान की छत पर लगा पूरा मोबाइल टावर ले गए चोर, होश उड़ा देगी इनकी तरकीब
पटना में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं. इस बात का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि अब एक घर की छत पर लगा मोबाइल टावर ही चोरी हो गया. बताया जा रहा है कि पीरबहोर थाने के सब्जीबाग स्थित शाहीन कयाम के चार मंजिले मकान के ऊपर में लगा मोबाइल टावर चोरी होने का मामला प्रकाश में आया है.
पटना में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं. इस बात का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि अब एक घर की छत पर लगा मोबाइल टावर ही चोरी हो गया. बताया जा रहा है कि पीरबहोर थाने के सब्जीबाग स्थित शाहीन कयाम के चार मंजिले मकान के ऊपर में लगा मोबाइल टावर चोरी होने का मामला प्रकाश में आया है. चोर एक कंपनी के कर्मी बन कर पहुंचे और दिनदहाड़े आठ लाख तीन हजार 243 रुपये मूल्य के टावर और उससे जुड़े उपकरणों को खोल कर निकल गये. यह मोबाइल टावर पहले एयरसेल का था, लेकिन बाद में इसे जीटीएल कंपनी ने खरीद लिया था. घटना के बाद जीटीएल के एक्यूजिशन अफसर माे शाहनवाज अनवर ने पीरबहोर थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. पीरबहाेर थानाध्यक्ष सबीहउल हक ने इसकी पुष्टि की और कहा कि मामले की जांच की जा रही है.
वर्ष 2006 में लगा था टावर
जानकारी के अनुसार, शाहीन के घर पर मोबाइल टावर वर्ष 2006 में एयरसेल की ओर से लगाया गया था. एयरसेल वर्ष 2017 में ही बंद हो गयी, तो उसे जीटीएल ने खरीद लिया. टावर लगाने के एवज में मकान मालिक से प्रतिमाह आठ हजार रुपये किराया देने का एकरारनामा हुआ था. लेकिन, कंपनी बंद होने के कारण किराया मकान मालिक को नहीं मिला और उनके घर की छत पर कई साला से टावर लगा हुआ था और वह काम भी नहीं कर रहा था. वर्ष 2022 में जीटीएल ने सर्वे कराया कि कौन-कौन टावर काम नहीं कर रहे हैं. इस दौरान 31 अगस्त, 2022 काे जब जीटीएल की टीम शाहीन के मकान में पहुंची, ताे पाया कि पूरा मोबाइल टावर अपनी जगह पर नहीं है. इसके बाद उसे यह जानकारी मिली कि कंपनी का स्टाफ बता कर कुछ लोग आये थे और मोबाइल टावर खोल कर ले गये.
पहले भी पटना में होरी हुआ है टावर
एक्यूजिशन अफसर माे शाहनवाज अनवर ने प्राथमिकी दर्ज करायी. हालांकि जांच की प्रक्रिया में चार माह का समय लग गया और फिर पुलिस को जानकारी दी गयी. गर्दनीबाग के राजपुताना से भी मोबाइल टावर गायब होने का मामला सामने आ चुका है. इस संबंध में गर्दनीबाग थाने में मामला दर्ज किया गया था. उक्त टावर गर्दनीबाग के राजपुताना निवासी मनमाती देवी की खाली जमीन पर लगा था. मोबाइल टावर की कीमत करीब 19 लाख थी.