पटना के ट्रांसपोर्ट नगर में जहां एक तरफ लोग डेंगू से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर उस इलाके को कचरा सेंटर बना दिया गया हैं. यहां कंकड़बाग व अजीमाबाद अंचल का कचरा जमा किया जाता है. इसके कारण ट्रांसपोर्ट नगर वासियों की हालत खस्ता है. हजारों की आबादी वाले इस इलाके को न्यू बाइपास से जोड़ने वाली सड़क पर कचरा का अंबार लगा रहता है. जिसके कारण उधर से गुजरने पर दुर्गंध का सामना तो करना ही पड़ता है, चारों ओर गंदगी पसरी रहती है. खास बात यह है कि अगर थोड़ी सी भी बारिश हो जाये तो फिर उस इलाके से गुजरना तक मुश्किल है और कम से कम एक माह तक ट्रांसपोर्ट नगर की सड़क पर जगह-जगह बने गड्ढों में पानी जमा रहता है. जिसके कारण डेंगू, मलेरिया के मच्छर के लिए आरामगाह बन चुका है.
ट्रांसपोर्ट नगर की खराब स्थिति कई साल से बनी हुई है. हर साल इस इलाके के लोग सबसे अधिक मच्छर जनित बीमारियों डेंगू, मलेरिया आदि के शिकार होते हैं और घर-घर में इसका असर होता है. क्योंकि ट्रांसपोर्ट नगर का चप्पा-चप्पा गड्ढे में तबदील हो चुका है और बारिश का पानी हमेशा जमा रहता है.
स्थानीय समाजसेवी संजीव कुमार सिंह उर्फ जय हिंद बताते हैं कि ट्रांसपोर्ट नगर के गेट नंबर तीन के समीप में कचरा का भंडारण किया जाता है. यह स्थिति कई सालों से हैं और ट्रांसपोर्ट नगर के लोग हर साल डेंगू व मलेरिया जैसे रोगों से पीड़ित होते हैं. नगर निगम व जिला प्रशासन को कई बार शिकायतें भी की गयी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. कचरे को गाड़ियों में लाया जाता है और भंडारण करने के नाम पर इधर-उधर फेंक कर वाहन चालक निकल जाते हैं. अगर थोड़ी सी बारिश हो गयी तो फिर सड़क से जाना मुश्किल होता है. दुर्गंध ऐसी होती है कि उधर से गुजरने के लिए सोचना पड़ता है. जबकि ट्रांसपोर्ट नगर में हजारों लोगों की आबादी है.