पटना विवि खुलते ही नामांकन की प्रक्रिया भी तेज हो जायेगी. विवि के द्वारा इस बार कोरोना के प्रकोप व छात्रों की स्वास्थ्य की सुरक्षा के मद्देनजर नामांकन टेस्ट नहीं कराने का निर्णय एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया है. इंटर (बारहवीं) में अच्छे अंक पटना विश्वविद्यालय में एंट्री दिला सकते हैं.
पहले जब एंट्रेंस टेस्ट होते थे, तब इंटर में सिर्फ पास होना अनिवार्य था. एंट्रेंस टेस्ट का परफॉर्मेंस मायने रखता था. इस बार इंटर के मार्क्स मायने रखेंगे. जिनका अंक अधिक होगा उनका नामांकन विवि में होगा. सारी प्रक्रिया ऑनलाइन ही होगी. सिर्फ बीएड, एलएलबी व बिलिब में यह प्रक्रिया नहीं रहेगी.
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में एनसीसी को इलेक्टिव पेपर के रूप में चुने जाने को लेकर स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. अब स्नातक के छात्र न सिर्फ एनसीसी में भाग ले सकते हैं बल्कि उसे एक इलेक्टिव पेपर के रूप में चयन भी कर सकते हैं. कॉलेज उसे पढ़वाने का इंतजाम करेंगे.
एमए इन पर्सनल मैनेजमेंट एंड इंडस्ट्रीयल रिलेशन, रूरल स्टडीज, सोशल वर्क, संगीत, क्रिमिनिलॉजी से अब एमए शब्द को हटा दिया गया है. अब उसकी जगह मास्टर शब्द का प्रयोग होगा. इसी तरह बीए इन कंप्यूटर व बीएससी इन कंप्यूटर से बीए व बीएससी शब्द को हटा दिया है. अब कोर्स का नाम सिर्फ बैचलर इन कंप्यूटर रहेगा. बैठक में इसे स्वीकृति दे दी गयी.
एम लिब के नये आर्डिनेंस को भी स्वीकृति मिल गयी. एमए इन क्रिमिनोलॉजी में जीरो सेशन होने पर छात्रों की फॉर्म फीस लौटाने को स्वीकृति मिली. यूजीसी के द्वारा छात्रों के लिए चलाये जा रहे ‘स्वयं’ कोर्स को करने के लिए भी विवि के द्वारा स्वीकृति दे दी गयी है. बीएससी इन इंवायरमेंट साइंस कोर्स से वोकेशनल शब्द को हटा दिया गया है. किसी भी डिग्री सर्टिफिकेट में वोकेशनल या सेल्फ फाइनेंसिंग शब्द का प्रयोग नहीं होगा. पटना यूनिवर्सिटी ने रद्द किया ग्रेजुएशन में नामांकन टेस्ट तथा Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें।
POSTED BY: Thakur Shaktilochan