पटना विश्वविद्यालय में च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत जो नया एग्जाम रेगुलेशन लागू किया गया है, उसके अंतर्गत जो परीक्षाएं सीबीसीएस के तहत होंगी, उसमें इंटर्नल इवैल्यूएशन के साथ ही पेपर भी पढ़ाने वाले शिक्षक ही सेट करेंगे. लेकिन, किसी भी तरह की अनियमितता को रोकने को एक पेपर के लिए तीन सेट होंगे.
इसी प्रकार से इंटर्नल इवैल्यूएशन के तहत कॉपियों की जांच भी पढ़ाई कराने वाले शिक्षक ही करेंगे. हालांकि, यहां भी कोडिंग-डिकोडिंग की व्यवस्था पहले की ही तरह होगी. इससे भेदभाव करना संभव नहीं हो सकेगा. दो सितंबर से स्नातक सामान्य कोर्स में पहली बार सीबीसीएस कोर्स लागू होने जा रहा है. सिलेबस में भी कई नयी चीजें छात्रों को पढ़ने को मिलेगा.
सीबीसीएस के तहत छात्र कई अतिरिक्त विषय पढ़ेंगे. इसमें पर्यावरण विज्ञान, कंप्यूटर, हिंदी व अंग्रेजी में से कोई एक विषय, स्किल डेवलपमेंट के विषय आदि पढ़ सकेंगे. सिलेबस को भी नये सिरे से अपडेट किया गया है जो यूजीसी के मानकों के अनुरूप है. उक्त सिलेबस को पीयू के वेबसाइट पर अपलोड करके उस पर सुझाव भी मांगे गये थे. उसके बाद भी एक बार उसे अपडेट किया गया था. पूरे सिलेबस को पटना विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. छात्र वहां से भी देख सकते हैं. साथ ही इंडक्शन मीट में प्राचार्य व शिक्षक भी छात्रों को सीबीसीएस की प्रारंभिक जानकारी देंगे.
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पीयू के आइटी सेल के निदेशक प्रो बीरेंद्र प्रसाद ने कहा की सीबीसीएस के तहत जो परीक्षा होंगी उसके लिए प्रश्न भी संबंधित विषय के शिक्षक ही सेट करेंगे. कुल तीन सेट होंगे. तीनों में काफी अंतर होगा. कौन सा सेट किसे मिलेगा यह किसी को भी पता नहीं होगा. इसके अतिरिक्त भी सीबीसीएस में कई तरह के बदलाव सिलेबस में भी हुए हैं. नयी प्रक्रिया से किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है. शिक्षकों को सारी बात समझा दी गयी है, शिक्षक छात्रों का उसके अनुरूप मार्गदर्शन करेंगे.