Patna : गांधी मैदान में मेगास्क्रीन का पटनावासियाें को नहीं मिल रहा लाभ

पटना स्मार्ट सिटी द्वारा गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास लगायी गयी मेगास्क्रीन पर फिल्मों की स्क्रीनिंग लंबे समय से बंद है. इसके लिए लगाये गये उपकरण अब खराब होने लगे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 27, 2024 2:08 AM

हिमांशु देव, पटना

पटना स्मार्ट सिटी द्वारा गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास मेगास्क्रीन पर शनिवार व रविवार को फिल्मों की स्क्रीनिंग लंबे समय से बंद है. इसके चलते शहरवासी न ही इसका लुफ्त उठा रहे और न विभाग इसका संरक्षण करने के मूड में है. पहले दिन फिल्म ‘तारे जमीन पर’ की स्क्रीनिंग की गयी थी. मैदान में रोशनी और सुरक्षा का पर्याप्त इंतजाम था. वहीं, हर हफ्ते शनिवार व रविवार को रोमांचक फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री व खेल कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाना था. साथ ही फिल्म फेस्टिवल, बॉन फायर आदि का भी आयोजन किया जाना था, ताकि पटनावासी पूरे परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकें. लेकिन, हाल ही में वर्ल्ड कप में चलाने के बाद बंद है. इस प्रोजेक्ट की लागत 6.98 करोड़ रुपये है. मेसर्स ग्राफिक्स ट्रेड्स को परियोजना पूरी करने, संचालन के रखरखाव का जिम्मा दिया गया था. वहीं, मेसर्स अस्तित्वा एडवर्टाइजमेंट को वीडियो सामग्री देने, शो का प्रबंधन करने, राजस्व अर्जित करने और प्रचार के लिए नियुक्त किया गया था. विभाग के मुताबिक एजेंसी से करार खत्म हो गया. आचार संहिता के कारण नयी एजेंसी की नियुक्ति के लिए टेंडर नहीं हो सका है.

पांच हजार लोगों को एक साथ फिल्म दिखाये जाने की है क्षमता

मेगास्क्रीन पर फिल्मों को 30 से 300 फुट तक की दूरी से देखा जा सकता है. इसे औसतन पांच हजार लोग एक बार में देख सकते हैं और वह भी निःशुल्क. डॉल्बी डिजिटल सराउंडिंग साउंड सिस्टम से इस पर्दे पर फिल्म देखने का लुत्फ दोगुना हो जाता है. लेकिन, वर्तमान में रखरखाव के अभाव में खंभे पर लटके 18 साउंड बॉक्स के भी खराब होने की आशंका है. जबकि, खंभों की चारों ओर पौधे उग आये हैं.

ये उपकरण लगे हैं

1. मेगा स्क्रीन:

75 फुट x 42 फुट की स्क्रीन पीवीसी सामग्री से बनी है और हवा से भरी है. इसका वजन 1200 किलो है.

2. स्पीकर:

स्क्रीन की दोनों ओर 30 फुट की ऊंचाई पर 18 स्पीकर लगे हैं. इनकी ध्वनि गुणवत्ता डॉल्बी डिजिटल सराउंडिंग साउंड है.

3. प्रोजेक्टर:

यह प्रोजेक्टर फुल एचडी टाइप का है. इसे ट्रस की मदद से 70 फुट की दूरी पर स्क्रीन के सामने रखा जाता है.

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