एक पेड़ को कटने से बचाने के लिए वन विभाग के कर्मियों से भिड़ गये लोग
पेड़ों की सुरक्षा को लेकर आम लोग जागरूक हो गये हैं. इसका एक उदाहरण कंकड़बाग के यशोदा देवी पथ में देखने को मिला, जहां एक पेड़ को बचाने के लिए डॉक्टर सहित स्थानीय लोग वन विभाग के कर्मियों से भिड़ गये.
पटना : पेड़ों की सुरक्षा को लेकर आम लोग जागरूक हो गये हैं. इसका एक उदाहरण कंकड़बाग के यशोदा देवी पथ में देखने को मिला, जहां एक पेड़ को बचाने के लिए डॉक्टर सहित स्थानीय लोग वन विभाग के कर्मियों से भिड़ गये. दरअसल जिला वन पदाधिकारी (डीएफओ) ने स्थानीय सरकारी पार्क से सटे तीन हरे-भरे पेड़ को काटने का आदेश दिया था. हरे भरे पेड़ को काटने के लिये विभाग के कर्मचारी पहुंच भी गये. लेकिन इसी कॉलोनी में रहने वाले एक न्यूरो फिजिशियन डॉ सजंय कुमार ने जब यह देखा तो पेड़ों की जिंदगी बचाने के लिये भिड़ गये.
उन्होंने पेड़ को काटने का विरोध किया. डॉक्टर साहब को देखकर स्थानीय लोग भी सामने आये. लेकिन, जब तक डॉक्टर वहां पहुंचे तब तक एक पेड़ की लगभग सभी टहनियों को काट दिया गया था. वन विभाग के कर्मियों ने सरकारी काम मे बाधा डालने का डर दिखाया, लेकिन पेड़ को बचाने को लेकर लोगों का विरोध जारी रहा. लोगों की नाराजगी को देखकर बाकी के दो पेड़ को फिलहाल छोड़ दिया गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पार्क से सटे एस्बेस्टस में रहने वाले लोगों ने काफी पुराने इन मेडीसीनल प्लांट की टहनियों से एस्बेस्टस को खतरा दिखाने के लिये इन तीन पेड़ को खतरनाक घोषित कर उसे काटने का आदेश जारी करा लिया था. जबकि पेड़ काफी अच्छी हालत में थे और इनसे कोई बहुत खतरा भी नहीं दिख रहा था.