पटना में फ्रेंचाइजी के नाम पर कश्मीर से कन्या कुमारी तक के लोगों से 50 करोड़ की ठगी, दो गिरफ्तार
पत्रकार नगर इलाके में गश्ती के दौरान पुलिस को देख दो लोग भागने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें चारों ओर से घेर कर पकड़ लिया. गिरफ्तार आरोपितों के पास से अलग-अलग बैंक के 10 से अधिक एटीएम, तीन पासबुक, चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप मिला है.
पटना. देशभर के किसानों व कारोबारियों से इफको का फ्रेंचाइजी व डीलरशीप दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्य को पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों की गिरफ्तारी पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के 90 फुट रोड से हुई है. थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित 22 वर्षीय आनंद मुरारी उर्फ राजा औरंगाबाद के ढिबरा का रहने वाला है और 23 वर्षीय रंजन कुमार उर्फ अंकित नालंदा के कतरीसराय का रहने वाला है.
बरामद हुए दस से अधिक एटीएम
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों साइबर अपराधी पत्रकार नगर के 90 फुट रोड के पास कार लगा कर खड़े थे. गश्ती के दौरान पुलिस को देख दोनों भागने लगे, लेकिन पुलिस ने चारों ओर से घेर कर पकड़ लिया. गिरफ्तार आरोपितों के पास से अलग-अलग बैंक के 10 से अधिक एटीएम, तीन पासबुक, चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप मिला है.
कश्मीर से कन्या कुमारी तक के लोगों झांसे में फंसे
इतनी बड़ी ठगी का खुलासा तब हुआ जब दोनों आरोपितों ने एक मोबाइल फोन को बैग के निचले जेब में स्वीच ऑफ कर रखा हुआ था. जब उसे ऑन किया गया तो उसी दौरान कई लोगों के मैसेज और पैसे आने लगे. इसके बाद आरोपितों से मोबाइल का पासवर्ड खुलवाया गया. जब उसकी गैलरी को खंगाला तो उनके होश उड़ गये. इफको नाम के फोल्डर में कई सारे लोगों को डॉक्यूमेंट और जिन लोगों से ठगी की है उसके नाम, नंबर, पता, कंपनी का नाम और इमेल आइडी लिखे थे.
पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि इन सभी लोगों से ठगी हुई है. जब पुलिस ने ट्रांजेक्शन देखा तो एक दिन में पांच से दस लाख तक खाते में आ रहे थे. पुलिस ने उसके गैलरी से लगभग एक हजार से अधिक पीड़ितों का डिटेल निकाला. पीड़ितों में जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान, भोपाल, उड़ीसा, झारखंड, असम, देहरादुन, तमिलनाडु के अलावा देशभर के अन्य राज्यों के लोग शामिल है. सबसे हैरत की बात कि इतने सारे पीड़ितों में मात्र एक व्यक्ति बिहार का निकला जो वैशाली जिले के महुआ का रहने वाला है.
किसानों ने कहा, हम बर्बाद हो गये भइया…
वैशाली जिले के महुआ के मरीचा गांव का रहने वाले संतोष कुमार चार लाख 78 हजार 385 रुपये के ठगी का शिकार हो गये. पेशे से किसान और छोटे-मोटे कारोबारी हैं. संतोष ने कहा कि हम बर्बाद हो गये भइया. जब से ठगी का शिकार हुए हैं मेरे घर में किसी को भी चैन की नींद नहीं है. बहुत मेहनत से कमाई सारा रुपये लूट गया. वहीं मणीपुर की मीणा प्रधान पेशे से खाद्य कारोबारी है और किसान परिवार की रहने वाली है. उन्होंने बताया कि मुझसे 21 लाख रुपये ठग लिये गये हैं. इसी तरह के अन्य किसानों ने अपनी पीड़ा बतायी.
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फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी विज्ञापन
यह गिरोह फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी विज्ञापन दे रखा था. उसी को देख कर लोग फोन करते थे. यही नहीं व्हाट्सएप पर भी फर्जी विज्ञापन देते थे. इसके बाद लोगों से शातिर मैट्रिक का सर्टिफिकेट, पैन कार्ड, आधार कार्ड, फोटो और एक लेटर मांगते थे. इसके बाद शातिर उन्हें कोटेशन देते थे. शातिर झांसा देने के लिए दो से तीन दिन पहले टहलाते थे कि सरकारी काम है आपका आवेदन रिजेक्ट हो गया है, कुछ पैसा खर्चा करिये हो जायेगा. इसके बाद धीरे-धीरे कर के उनसे जितने की खाद्य चाहिये उतने का कोटेशन भेज कर खाते में पैसा मंगवा लेते थे. शातिर उन्हें फर्जी कोटेशन लेटर, फर्जी एप्रुवल लेटर के अलावा अपनी आइडी कार्ड भी भेजते थे.