Patna : गंगा का पानी बढ़ने से गंगापथ के पास शरण को मजबूर दियारे के लोग
गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से खेतों में बनी झोंपड़ियों को हटा कर उनमें रहनेवाले जानवरों और चारे को वहां से हटा कर जेपी गंगापथ किनारे रखा जा रहा है.
पटना. गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से खेतों में पानी फैल गया है. खेतों में बनी झोंपड़ियों को हटा कर उनमें रहनेवाले जानवरों और चारे को वहां से हटा कर जेपी गंगापथ किनारे रखा जा रहा है. किनारे-किनारे झोंपड़ी बनाने का काम हो रहा है.जेपी गंगापथ की बगल में बनाये गये 25 एमएलडी एसटीपी की चारों तरफ पानी पहुंच चुका है. हालांकि, एसटीपी की दीवार ऊंची होने से पानी अभी एसटीपी परिसर के अंदर प्रवेश नहीं किया है. लेकिन गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि होती रही, तो एसटीपी के अंदर पानी प्रवेश कर सकता है. वहीं एल एंड टी कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैंप के आसपास पानी भी पहुंच चुका है.
रिवर फ्रंट पर बह रहा गंगा नदी का पानी
गांधी घाट पर गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से 10 सेंमी ऊपर है. वहां खतरे का निशान 48.60 मीटर है, जबकि जल स्तर 48.70 मीटर रहा. पानी बढ़ने से गांधी घाट की सीढ़ियों से ऊपर अब रिवर फ्रंट पर बहने लगा है. लोग रिवर फ्रंट पर पानी में घूम रहे हैं. दीघा घाट में गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से मात्र 56 सेंमी नीचे है. वहां लाल निशान 50.45 मीटर है, जबकि जल स्तर 49.92 मीटर रहा. मनेर में जल स्तर खतरे के निशान से 1.67 मीटर व फतुहा में मात्र 25 सेंटीमीटर नीचे है.गांधी घाट पर गंगा महाआरती बंद
गांधी घाट पर शनिवार और रविवार को होने वाली गंगा महाआरती (गांधी घाट) को गंगा नदी का पानी बढ़ने के कारण बंद कर दिया गया है़ यह निर्णय गुरुवार को बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने सुरक्षा के मद्देनजर लिया. निगम से मिली जानकारी के अनुसार गांधी घाट में होने वाली गंगा महाआरती को 10 अगस्त से अगले आदेश तक बंद किया गया है. गंगा नदी का जल स्तर सामान्य होने पर महाआरती का आयोजन फिर शुरू की जायेगी.
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