रात भर सहमे रहे लोग, रेंटरों ने छोड़ा घर

मुन्नाचक में लगभग 50 साल पुराने छह मंजिले जर्जर मकान के छज्जा व बालकनी के हिस्से के गिरने के बाद मकान में रहनेवाले लोग रात भर सहमे रहे

By Prabhat Khabar News Desk | June 1, 2020 1:37 AM

पटना : मुन्नाचक में लगभग 50 साल पुराने छह मंजिले जर्जर मकान के छज्जा व बालकनी के हिस्से के गिरने के बाद मकान में रहनेवाले लोग रात भर सहमे रहे. लोगों में इस बात को लेकर चिंता बनी रही कि कहीं मकान न ढह जाये. इससे लोग रात भर सो नहीं पाये. सुबह होते ही मकान मालिक सहित रेंटरों ने घर छोड़ दिया. मकान मालिक का सामान अधिक होने के कारण शाम तक सामान ढोने का काम हुआ.

मकान पर सूचना चस्पा होने के बाद कि यह भवन रहने के लिए खतरनाक है. प्रवेश वर्जित है. इसके बाद मकान को खाली कर दिया गया. मकान के तीन मालिक हैं. इसमें सबसे बड़े शिवदयाल साह, अशोक गुप्ता व पवन लाल गुप्ता शामिल है. सामान के साथ परेशान दिखे शिवदयाल साह के पुत्र दीपू ने बताया कि भाइयों के आपसी विवाद में मकान की यह स्थिति है. अपना घर होते हुए भी परेशानी है.

कोर्ट में है मामला : पिछले दो साल से आपसी बंटवारा को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है. तीनों भाइयों ने चार-चार कमरे अपने लिए रख कर बाकी में रेंट लगा दिया है. मकान में कुल तीस कमरे हैं. दीपू ने बताया कि सामान लेकर कहां जाये, समझ नहीं आ रहा है. इस पर भी अपने चाचा का सहयोग नहीं मिल रहा है.

वे कांटी फैक्टरी में मकान बना कर रह रहे हैं. रेंटरों में अधिकांश छात्र रहते थे, जो सबेरे ही खाली कर दिये. पड़ोसियों ने बताया कि मकान की मरम्मत नहीं करने से यह हाल हुआ. हमलोगों को भी डर बना रहता है कि मकान गिरने से हमलोगों का भी नुकसान होगा.

मकान में लगायी गयी सूचना जर्जर मकान के बाहरी हिस्से के गिरने के बाद मकान को खतरनाक घोषित कर दिया गया है. मकान पर सूचना लगा दी गयी है. सूचना में दर्ज है कि यह मकान रहने के लिए खतरनाक है. प्रवेश वर्जित है.

Next Article

Exit mobile version