प्रति व्यक्ति आय बढ़कर ~66,828 होने की उम्मीद
बिहार की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगी है.एक तरफ जहां राज्य की आर्थिक सेहत बेहतर हो रही है.
कैलाशपति मिश्र,पटना बिहार की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगी है.एक तरफ जहां राज्य की आर्थिक सेहत बेहतर हो रही है.वहीं, दूसरी तरफ राज्य के लोगों की आमदनी भी बढ़ रही है. वर्ष 2023-24 में बिहार की विकास दर 14.47 फीसदी रहने का अनुमान है.राज्य की विकास दर में बढ़ोतरी का सीधा असर प्रति व्यक्ति आय पर भी दिखायी देने लगा है.राज्य की प्रति व्यक्ति आय में वर्ष 2023-24 में 12.80 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है.हालांकि, प्रति व्यक्ति आय में प्रतिशत वृद्धि वर्ष 2022-23 में 13.6 फीसदी की तुलना में से थोड़ी कम हुई है.सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के त्वरित अनुमान के अनुसार राज्य की प्रति व्यक्ति आय वर्तमान मूल्य पर बढ़कर 66,828 रुपये होने की संभावना है.वर्ष 2022-23 की तुलना में प्रति व्यक्ति आय में करीब सात हजार रुपये से अधिक की वृद्धि होने की संभावना है.पिछले साल वर्तमान मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय 59637 रुपये थी.त्वरित अनुमान के अनुसार, बिहार की प्रति व्यक्ति आय स्थिर (2011-12) मूल्यों पर 2023-24 में पिछले वर्ष की तुलना में 7.6 फीसदी से बढ़कर 36,333 रुपये तक पहुंचने का अनुमान है.पिछले साल स्थिर मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय 35119 रुपये थी. जीएसडीपी 8.54 लाख करोड़ होने का अनुमान सीमित संसाधन होने के बावजूद राज्य की विकास दर दो अंकों में लगातार रही है. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के त्वरित अनुमान के अनुसार राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वर्तमान मूल्यों पर वर्ष 2023-24 में 14.47 फीसदी की दर से बढ़कर 8.54 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.वर्ष 2022–23 में वर्तमान मूल्य पर बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 15.5 फीसदी की दर से बढ़कर 7.5 लाख करोड़ हुआ था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है